जेल में हुई रामलीला, 2 कैदी बने वानर, सीता माता को ऐसा खोजने गए, अभी तक वापस नहीं लौटे

हर साल की तरह इस बार भी जेल में रामलीला कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जेल प्रशासन के सभी कर्मचारी कार्यक्रम में लगे हुए थे। इस दौरान जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक बनाने का काम भी चल रहा था।

Oct 12, 2024 - 14:37
Oct 12, 2024 - 14:43
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जेल में हुई रामलीला, 2 कैदी बने वानर, सीता माता को ऐसा खोजने गए, अभी तक वापस नहीं लौटे
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हरिद्वार की रोशनाबाद जेल से दो कैदियों के भागने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि वहां रामलीला का आयोजन किया गया था। जेल के कैदियों ने ही रामलीला में अलग-अलग किरदारों की भूमिका निभाई। इस दौरान बंदर की पोशाक पहने दो कैदी मौका देखकर जेल की बाउंड्री फांदकर भाग निकले।

घटना शुक्रवार 11 अक्टूबर की है। हर साल की तरह इस बार भी जेल में रामलीला कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जेल प्रशासन के सभी कर्मचारी कार्यक्रम में लगे हुए थे। इस दौरान जेल में हाई सिक्योरिटी बैरक बनाने का काम भी चल रहा था। बताया जा रहा है कि शुक्रवार रात सीता माता की खोज के बहाने दोनों कैदी दीवार फांदकर भाग निकले। वहां मौजूद सीढ़ी की मदद से दोनों कैदी दीवार फांदकर भाग निकले।

फरार हुए कैदियों की पहचान उत्तर प्रदेश के रुड़की निवासी पंकज और गोंडा निवासी राजकुमार के रूप में हुई है। पंकज हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। राजकुमार अपहरण के एक मामले में जेल में बंद था। दोनों कैदियों के भागने के बाद जेल प्रशासन और जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है।

जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रात को कार्यक्रम समाप्त होने के बाद कैदियों को बैरक के अंदर भेजा गया। इस दौरान दो कैदी गायब मिले। इसके बाद पूरी जेल की तलाशी ली गई। जेल के सीसीटीवी फुटेज भी देखे गए, लेकिन कैदियों का कोई सुराग नहीं मिल सका। तभी एक कैदी ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे दोनों सीढ़ी लगाकर जेल से भागे हैं। दूसरे कैदी ने बताया कि वे दोनों पिछले कई दिनों से भागने की कोशिश कर रहे थे। हाल ही में खबर आई थी कि उत्तराखंड में कोरोना के दौरान पैरोल पर रिहा हुए कई कैदी फरार हैं।

कोविड-19 के दौरान सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गठित कमेटी ने कई कैदियों को पैरोल दी थी। अब कोरोना वायरस से संक्रमण का खतरा टल गया है, लेकिन जेल अधिकारियों का संक्रमण काल ​​शुरू हो गया है। हुआ ये कि पैरोल पर रिहा हुए कई कैदी वापस नहीं लौटे। अब इस मामले में जेल प्रशासन की नींद खुली है। और उन्होंने सभी जिलों के एसएसपी को इस बारे में जानकारी भेजी है। इसके अलावा सभी जेल अधीक्षकों को भी इस मामले में तलब किया गया है।

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