Punjab : फेक सर्टिफिकेट से सरकारी नौकरी का भंडाफोड़, PSEB की वेरिफिकेशन में खुली पोल
पंजाब में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें सरकारी नौकरी पाने के लिए जाली सर्टिफिकेट का इस्तेमाल किया गया।
पंजाब में फर्जी सर्टिफिकेट के सहारे सरकारी नौकरी हासिल करने का एक और मामला सामने आया है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) को बीपीईओ बनूड़ कार्यालय से भेजा गया एक शैक्षणिक प्रमाणपत्र जांच में जाली पाया गया। जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ कि यह सर्टिफिकेट बोर्ड की ओर से जारी ही नहीं किया गया था। इसके बाद संबंधित महिला को बोर्ड के रिकॉर्ड में ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
2001 का बनाया गया था सर्टिफिकेट
जानकारी के अनुसार, सत्यापन के लिए बोर्ड के पास जो प्रमाणपत्र भेजा गया था, वह नवनीत कौर के नाम पर जारी बताया गया था और उस पर वर्ष 2001 अंकित था। जब पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने अपने रिकॉर्ड से इसकी जांच की, तो सामने आया कि सर्टिफिकेट फिरोजपुर जिले से संबंधित दिखाया गया है।
हालांकि नाम और पता सही पाए गए, लेकिन बोर्ड रिकॉर्ड के अनुसार संबंधित महिला ने वह परीक्षा पास ही नहीं की थी। इसके बावजूद सर्टिफिकेट में उसे 293 अंकों के साथ पास दर्शाया गया था। इससे यह साफ हो गया कि दस्तावेज पूरी तरह फर्जी है। बोर्ड ने इस संबंध में गजट की प्रति भी संबंधित विभाग को भेज दी है, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
हर महीने होती है हजारों सर्टिफिकेट की जांच
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के अनुसार, हर महीने अलग-अलग सरकारी विभागों से करीब 2,000 सर्टिफिकेट सत्यापन के लिए भेजे जाते हैं। बोर्ड इन सभी दस्तावेजों की बारीकी से जांच करता है। जिन मामलों में सर्टिफिकेट फर्जी पाए जाते हैं, उन्हें बोर्ड के रिकॉर्ड में ब्लैकलिस्ट किया जाता है और उनकी जानकारी वेबसाइट पर भी अपलोड की जाती है, ताकि भविष्य में वे किसी और विभाग को गुमराह न कर सकें।
बोर्ड के मुताबिक, इस साल अब तक 10 से 15 फर्जी सर्टिफिकेट पकड़े जा चुके हैं, जबकि पहले यह संख्या कहीं अधिक रही है। पीएसईबी के जाली सर्टिफिकेट के जरिए रेलवे, पंजाब पुलिस, पासपोर्ट कार्यालय, शिक्षा विभाग और पीआरटीसी जैसी संस्थाओं में नौकरी हासिल करने के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
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