पंजाब बंद: किसानों के विरोध का असर, 163 ट्रेनें रद्द
पंजाब में किसानों के विरोध प्रदर्शन का व्यापक असर रेल और सड़क यातायात पर देखने को मिल रहा है। किसानों के आंदोलन के समर्थन में सोमवार को सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक पंजाब बंद का आह्वान किया गया है।
पंजाब में किसानों के विरोध प्रदर्शन का व्यापक असर रेल और सड़क यातायात पर देखने को मिल रहा है। किसानों के आंदोलन के समर्थन में सोमवार को सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक पंजाब बंद का आह्वान किया गया है। इसके चलते रेल यातायात और सड़क परिवहन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है।
रेल सेवाएं ठप
किसानों के प्रदर्शन की वजह से 163 ट्रेनें कैंसिल की गई हैं, जबकि 19 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। इसके अलावा, 15 ट्रेनें देरी से चल रही हैं और नौ ट्रेनों को रोककर चलाया जा रहा है। रोककर चलाई जाने वाली ट्रेनों को ऐसे स्थानों पर रोका जाएगा, जहां यात्रियों को कम से कम असुविधा हो।
डीआरएम दफ्तर फिरोजपुर के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यात्रियों को प्रभावित ट्रेनों की सूचना देने के लिए स्टेशनों पर हेल्प डेस्क और पब्लिक एड्रेस सिस्टम का इंतजाम किया गया है।
हाईवे और सड़कों पर जाम
किसानों ने अपनी मांगों को लेकर सुबह से ही राज्यभर के हाईवे और सड़कें बंद कर दी हैं। जालंधर-दिल्ली नेशनल हाईवे और अमृतसर-दिल्ली हाइवे पर किसान बैठ गए हैं। पंजाब में लगभग 200 जगहों पर सड़कों को जाम किया गया है।
मोहाली में एयरपोर्ट रोड को भी किसानों ने ब्लॉक कर दिया है, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाईवे पर लंबा ट्रैफिक जाम है और लोग फंसे हुए हैं।
13 मांगों को लेकर विरोध
फसलों की एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) के गारंटी कानून समेत 13 मांगों को लेकर किसानों का यह प्रदर्शन जारी है। किसान संगठनों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जातीं, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा।
प्रशासन और सरकार का रुख
प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की कोशिश की है, लेकिन किसान अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। सरकार की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
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