प्रशांत किशोर को रात 4 बजे पुलिस ने किया गिरफ्तार, ये था पूरा मामला
वे BPSC परीक्षा रद्द करने और पांच अन्य मांगों को लेकर पिछले पांच दिनों से गांधी मैदान स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल पर भूख हड़ताल पर थे। प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने गांधी मैदान से गिरफ्तार किया है।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने सुबह 4 बजे गिरफ्तार कर लिया। वे BPSC परीक्षा रद्द करने और पांच अन्य मांगों को लेकर पिछले पांच दिनों से गांधी मैदान स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा स्थल पर भूख हड़ताल पर थे। प्रशांत किशोर को पटना पुलिस ने गांधी मैदान से गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रशांत किशोर को जबरन एंबुलेंस में ले गई। इस दौरान पुलिस ने वहां सो रहे उनके सैकड़ों समर्थकों पर लाठीचार्ज किया और उन्हें खदेड़ दिया। एक दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। पटना पुलिस के अधिकारी सैकड़ों पुलिसकर्मियों के साथ सुबह-सुबह गांधी मैदान पहुंचे और सबसे पहले सो रहे प्रशांत किशोर को उठाया। वहां मौजूद लोगों ने पुलिस को रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सभी को खदेड़ दिया।
जानकारी के मुताबिक, प्रशांत किशोर को पुलिस एंबुलेंस से सीधे पटना एम्स अस्पताल ले जाया गया। बता दें कि रविवार रात डॉक्टरों की एक टीम ने प्रशांत किशोर का हेल्थ चेकअप किया था। हेल्थ चेकअप के बाद डॉक्टर ने कहा था कि प्रशांत किशोर की तबीयत अभी ठीक है। लेकिन, अगर उन्होंने आगे कुछ नहीं खाया तो उनकी तबीयत अचानक खराब हो सकती है।
प्रशांत किशोर की 5 मांग
आपको बता दें कि प्रशांत किशोर 5 मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे. इसमें 70वीं BPSC में हुई अनियमितता और भ्रष्टाचार की उच्चस्तरीय जांच और दोबारा परीक्षा कराना शामिल है. 2015 में सात निश्चय के तहत किए गए वादे के मुताबिक 18 से 35 साल के हर बेरोजगार युवा को बेरोजगारी भत्ता दिया जाए. पिछले 10 सालों में प्रतियोगी परीक्षाओं में हुई अनियमितता और पेपर लीक की जांच और दोषियों पर कार्रवाई पर श्वेत पत्र जारी किया जाए. लोकतंत्र की जननी बिहार को लाठीतंत्र में तब्दील करने वाले दोषी अफसरों पर कार्रवाई हो. बिहार में सरकारी नौकरियों में बिहार के युवाओं की कम से कम दो तिहाई हिस्सेदारी सुनिश्चित करने के लिए डोमिसाइल नीति लागू की जाए.
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