Mahakumbh 2025: तीसरे अमृत स्नान पर 2.33 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
Mahakumbh 2025: संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के तीसरे अमृत स्नान के अवसर पर, आज बसंत पंचमी के पावन दिन, लगभग 1.98 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र आस्था की डुबकी लगाई।

Mahakumbh 2025: संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के तीसरे अमृत स्नान के अवसर पर, आज बसंत पंचमी के पावन दिन, लगभग 2 करोड़ 33 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र आस्था की डुबकी लगाई। इस शुभ अवसर पर दूर-दूर से श्रद्धालु से लेकर तमाम साधु-संत संगम तट पर पहुंचे और पुण्य लाभ अर्जित किया। मान्यता है कि बसंत पंचमी पर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में स्नान करने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं और उसे मां सरस्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
बसंत पंचमी और अमृत स्नान का महत्व
बसंत पंचमी को ज्ञान, विद्या और संगीत की देवी मां सरस्वती का विशेष दिन माना जाता है। इस दिन विद्या, बुद्धि और कला की साधना का विशेष महत्व होता है। महाकुंभ में अमृत स्नान का आयोजन प्रत्येक 12 वर्षों में किया जाता है, लेकिन इस वर्ष का आयोजन 144 वर्षों के बाद आया एक दुर्लभ संयोग है, जो इसे और भी पवित्र और महत्वपूर्ण बनाता है।
इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है। प्रातः 5:23 से 6:16 बजे तक का समय अमृत स्नान के लिए सबसे उत्तम माना गया, लेकिन पूरे दिन संगम में स्नान करने वालों की भीड़ लगी रही। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने गंगा मैया की आरती की और पुण्य अर्जित करने के लिए दान-पुण्य भी किया।
सुरक्षा और प्रशासन की कड़ी व्यवस्था
हाल ही में मौनी अमावस्या के दौरान हुई भगदड़ की घटना के बाद, प्रशासन ने इस बार सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की थी। पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार निगरानी कर रही थीं। ड्रोन कैमरों के माध्यम से भीड़ पर नजर रखी गई और सुरक्षा बलों को महत्वपूर्ण स्थलों पर तैनात किया गया था। प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष बस सेवाएं, मेडिकल कैंप और कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई थी, जिससे सभी को सुरक्षित और आरामदायक स्नान का अवसर मिल सके।
देश-विदेश से श्रद्धालुओं का आगमन
महाकुंभ का यह अमृत स्नान न केवल भारत के विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं के लिए विशेष रहा, बल्कि विदेशों से भी हजारों भक्त इस अद्भुत अवसर का हिस्सा बनने पहुंचे। अमेरिका, कनाडा, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, नेपाल और रूस से कई श्रद्धालु महाकुंभ में शामिल होने आए और आध्यात्मिक शांति का अनुभव किया।
महाकुंभ 2025 का आयोजन और आगामी स्नान
महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक किया जा रहा है। कुल छह अमृत स्नान निर्धारित किए गए हैं, जिनमें यह तीसरा अमृत स्नान था। अगले महत्वपूर्ण स्नान की तिथि 12 फरवरी है, जब माघ पूर्णिमा स्नान का आयोजन होगा।
श्रद्धालुओं के लिए सफल आयोजन
इस विशेष अवसर पर, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बावजूद, प्रशासन ने सफलतापूर्वक व्यवस्थाओं को संभाला। सुरक्षा, यातायात और स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू रूप से संचालित किया गया, जिससे सभी ने शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संगम में स्नान का लाभ उठाया।
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