चंडीगढ़-मनाली NH पर 9 मील में लैंडस्लाइड, मलबे की चपेट में आई THAR देखें क्या हुआ हाल
उक्त वाहन में एक पिता-पुत्र सवार थे, जिन्होंने भागकर अपनी जान बचाई। वहीं एनएच बंद होने के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई, जिससे लोगों को पूरी रात अपने वाहनों में ही गुजारनी पड़ी। सुबह करीब 5 बजे बारिश थमने के बाद मार्ग खोलने का काम शुरू हुआ।
चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर 9 मील पर एक बार फिर पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा गिर गया, जिससे मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया। हालांकि 9 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे को एकतरफा यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार बारिश के कारण बीती रात करीब 1 बजे 9 मील पर पहाड़ी में भूस्खलन हुआ और भारी मात्रा में मलबा हाईवे पर आ गया, जिससे दलदल जैसी स्थिति बन गई। इस दौरान एक थार जीप भी मलबे की चपेट में आ गई।
गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। उक्त वाहन में एक पिता-पुत्र सवार थे, जिन्होंने भागकर अपनी जान बचाई। वहीं एनएच बंद होने के कारण दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई, जिससे लोगों को पूरी रात अपने वाहनों में ही गुजारनी पड़ी। सुबह करीब 5 बजे बारिश थमने के बाद मार्ग खोलने का काम शुरू हुआ। सुबह करीब साढ़े आठ बजे जेसीबी की मदद से थार वाहन को मलबे से बाहर निकाला गया और करीब नौ बजे हाईवे को वन-वे बहाल कर दिया गया। इसके बाद भी करीब 11 बजे तक दोनों तरफ वाहनों का लंबा जाम लगा रहा जो करीब पांच किलोमीटर लंबा था।
इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र ने बताया कि रात के समय और खासकर बारिश के दौरान इस मार्ग पर सफर करने से बचें, क्योंकि इस मार्ग पर कहीं से पत्थर गिरने की आशंका बनी रहती है। इस मार्ग पर जाम लगने की स्थिति में हाईवे के दोनों तरफ पुलिस के जवान मौजूद रहते हैं और उनकी निगरानी में वाहनों को भेजा जाता है। बता दें कि पिछले डेढ़ महीने से चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे मंडी के पास वन-वे चल रहा है। हल्की बारिश में यहां पहाड़ी से मलबा गिरता है, जिसके बाद एनएच को बंद करना पड़ता है।
वहीं मंडी-धर्मपुर एनएच भी बारिश के कारण फिसलन भरा हो गया है, आपको बता दें कि इन दिनों इस एनएच का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके चलते हल्की बारिश में यह एनएच फिसलन भरा हो जाता है, जिसमें वाहन गुजरना किसी खतरे से खाली नहीं है।
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