ईरान से भारत लौटे कश्मीरी छात्रों ने PM मोदी का किया धन्यवाद, लेकिन CM अब्दुल्ला से हुए नाराज
छात्रों ने कहा कि भारत सरकार ने उनकी निकासी के लिए बेहतरीन इंतजाम किए, हर कदम पर उनकी मदद की और उन्हें सुरक्षित उनके घरों से निकाला।

ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच भारत सरकार द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन सिंधु' के तहत 110 भारतीय नागरिकों, जिनमें से 90 छात्र जम्मू-कश्मीर के थे, को सुरक्षित भारत वापस लाया गया। दिल्ली पहुंचने के बाद इन छात्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और भारतीय दूतावासों का आभार जताया। छात्रों ने कहा कि भारत सरकार ने उनकी निकासी के लिए बेहतरीन इंतजाम किए, हर कदम पर उनकी मदद की और उन्हें सुरक्षित उनके घरों से निकाला।
ईरान से लौटी एक छात्रा ने कहा कि "हमें उम्मीद नहीं थी कि केंद्र सरकार इतना अच्छा काम करेगी। हमें हर कदम पर मदद मिली, और निकासी प्रक्रिया बहुत सहज थी।"
छात्रों ने बताया कि ईरान में हालात काफी खराब थे, ड्रोन, मिसाइलें और डर का माहौल था। भारत सरकार के प्रयासों से वे सुरक्षित घर लौट पाए, इसके लिए वे सरकार के आभारी हैं।
हालांकि केंद्र सरकार की सराहना के बीच कश्मीरी छात्रों ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (या स्थानीय प्रशासन) के प्रति नाराजगी भी जताई। छात्रों का कहना था कि दिल्ली पहुंचने के बाद कश्मीर भेजने के लिए जो बसें उपलब्ध कराई गईं, उनकी हालत बेहद खराब थी।
वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तुरंत कार्रवाई करते हुए छात्रों के लिए डीलक्स बसों का इंतजाम किया और अधिकारियों को फटकार भी लगाई।
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