भारतीय क्रिकेट के दिग्गज स्पीनर आर. अश्विन ने लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है।
R Ashwin Retirement: भारतीय क्रिकेट के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने 38 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉरमेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। ऑस्ट्रेलिया में चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का आज तीसरा टेस्ट मैच ड्रा रहा... जिसके बाद कप्तान रोहित शर्मा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए लेकिन उनके साथ आर. अश्विन को भी देखा गया जहां उन्होंने अचानक सबको चौंकाते हुए अपने इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया। बता दें कि आर. अश्विन ने अपना आखिरी मुकाबला एडिलेड में खेले गए दूसरे पिंक बॉल डे-नाइट टेस्ट मैच में खेला था। यह घोषणा भारतीय क्रिकेट के एक सुनहरे दौर की समाप्ती है, क्योंकि अश्विन ने अपनी गेंदबाजी से न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बनाई।
आर. अश्विन का शानदार करियर
आर. अश्विन ने अपने करियर की शुरुआत 2010 में भारत के लिए की थी। उनका चयन IPL में चैन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलते हुए शानदार गेंदबाजी कर भारतीय टीम में एक कुशल स्पिन गेंदबाज के रूप में हुआ था, और उन्होंने शुरू से ही अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया। अश्विन का नाम उन क्रिकेटरों में शामिल किया जाता है, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में एक प्रमुख स्पिनर के रूप में खुद को स्थापित किया। उनके पास विभिन्न प्रकार की गेंदबाजी तकनीकें थीं, जिनमें ‘कारेकटर’, ‘ऑफ स्पिन’, ‘आर्म बॉल’ और ‘ड्रॉप शॉट’ जैसी गेंदों का उपयोग वे बखूबी करते थे। उनकी विविधता और समझदारी के कारण, वे हर पिच पर प्रभावी साबित हुए। आर. अश्विन ने अपने बूते टीम इंडिया को कई टेस्ट मैच जिताये।
अश्विन के क्रिकेट करियर के प्रमुख आंकड़े
आर. अश्विन ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड बनाए। उनके करियर का सबसे बड़ा योगदान टेस्ट क्रिकेट में रहा, जहां उन्होंने भारतीय क्रिकेट को कई यादगार जीत दिलाई।
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टेस्ट क्रिकेट:
- कुल मैच: 113
- विकेट: 719 (औसत: 24.43)
- 5 विकेट हॉल: 30
- 10 विकेट हॉल: 7
- सबसे अच्छा गेंदबाजी प्रदर्शन: 6/20
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अश्विन का टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने 113 टेस्ट मैचों में 719 विकेट लिए, जो एक अद्वितीय उपलब्धि है। उनका औसत (24.43) बहुत ही प्रभावशाली है, जो यह साबित करता है कि वे टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े स्पिन गेंदबाजों में से एक हैं। इसके अलावा, उन्होंने 30 बार 5 विकेट हॉल और 7 बार 10 विकेट हॉल भी हासिल किए।
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एकदिवसीय (ODI) और T20I करियर:
- एकदिवसीय मैच: 111
- विकेट: 150 (औसत: 33.83)
- T20I मैच: 46
- विकेट: 52 (औसत: 22.74)
अश्विन की गेंदबाजी शैली
अश्विन की गेंदबाजी में वेरिएशन और स्किलफुल रणनीति देखने को मिलती रही। वे न केवल ऑफ स्पिन में माहिर थे, बल्कि उनकी आर्म बॉल, जो कभी एक सीधी गेंद के रूप में जाती थी, भी बेहद प्रभावी साबित होती थी। उनका सबसे बड़ा हथियार उनका गेंदबाजी का मानसिक यानी साइकोलॉजिकल खेल था, जो उन्हें बल्लेबाजों के लिए और भी मुश्किल बना देता था।
आर. अश्विन ने केवल गेंदबाजी बल्कि बल्लेबाजी से भी भारत को कई मैच जीताए। उन्होंने बल्ले से भी कई महत्वपूर्ण योगदान दिए, और अपने टेस्ट करियर में महत्वपूर्ण अर्धशतक बनाए। वहीं अश्विन के नाम 6 शतक भी हैं।
अश्विन का क्रिकेट में इंपैक्ट
आर. अश्विन का क्रिकेट पर इंपैक्ट न केवल उनके आंकड़ों में देखा जा सकता है, बल्कि उनके लीडरशीप और क्रिकेट के प्रति उनके समर्पण में भी यह झलकता है। उनके पास मैदान पर एक अलग तरह की बुद्धिमत्ता और समझदारी थी।
अब संन्यास के बाद क्या ?
आर. अश्विन का संन्यास भारतीय क्रिकेट के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है। उनके इस फैसले के बाद उनकी जीवन यात्रा और करियर के हर पहलु को याद किया जाएगा। आर. अश्विन के संन्यास के बाद, भारतीय क्रिकेट में एक महान स्पिन गेंदबाज की कमी महसूस की जाएगी, लेकिन उनका प्रभाव हमेशा बना रहेगा। क्रिकेट प्रेमी हमेशा उनकी यादों को संजोते रहेंगे, और आगामी पीढ़ियां उनसे प्रेरणा लेती रहेंगी।
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