पंजाब में बाढ़ का कहर, पांच नदियां उफान पर, कई जिलों में हालात गंभीर
पंजाब इस समय भारी बारिश और बाढ़ के चलते गंभीर संकट से गुजर रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण राज्य की प्रमुख नदियां — सतलुज, ब्यास, रावी, झेलम और चिनाब-उफान पर हैं
पंजाब इस समय भारी बारिश और बाढ़ के चलते गंभीर संकट से गुजर रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण राज्य की प्रमुख नदियां — सतलुज, ब्यास, रावी, झेलम और चिनाब-उफान पर हैं। इन नदियों का जलस्तर कई जिलों में खतरे के निशान से ऊपर चला गया है, जिससे निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति पठानकोट जिले में देखने को मिल रही है, जहां रिहायशी कॉलोनियों और गांवों में पानी भर गया है। कई स्थानों पर लोग नावों की मदद से एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने को मजबूर हैं। प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा हुआ है और NDRF व SDRF की टीमें प्रभावित जिलों में तैनात कर दी गई हैं।बाढ़ से जुड़ी एक और बड़ी चिंता रणजीत सागर डैम से रावी नदी में छोड़े गए अतिरिक्त पानी को लेकर है। इससे माधवपुर क्षेत्र के लगभग 80 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। वहीं सतलुज और ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से फिरोजपुर, कपूरथला और जालंधर के कई हिस्से जलमग्न हो चुके हैं।
झेलम और चिनाब के किनारे बसे गांवों में खेत और फसलें पानी में डूब गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्कूलों को बंद कर दिया गया है और सभी जिलों के प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। प्रशासन का प्रयास है कि अधिकतम लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जाए, और किसी भी प्रकार की जनहानि न हो। हालात पर लगातार निगरानी रखी जा रही है, लेकिन मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक अधिक बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे संकट और गहरा सकता है।
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