SMS अस्पताल में ट्रॉमा सेंटर के ICU वार्ड में लगी आग, लगभग 8 मरीजों की मौत
बिजली के झटके के कारण ज़हरीली गैसें निकल रही थीं, और हमें उन्हें सपोर्ट सिस्टम के साथ शिफ्ट करना पड़ा। इससे मरीज़ों की हालत और बिगड़ गई।
जयपुर के सबसे बड़े अस्पताल, सवाई मान सिंह अस्पताल के ICU वार्ड में भीषण आग लग गई, जिससे छह मरीजों की मौत हो गई। SMS अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर प्रभारी डॉ. अनुराग धाकड़ ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी और तेज़ी से फैली। प्रभारी ने बताया कि ICU में भर्ती मरीज़ों की हालत गंभीर है और लगभग सभी कोमा में हैं। उनकी सर्वाइवल रिफ्लेक्सिस कमज़ोर है, इसलिए उन्हें लगातार सपोर्ट की ज़रूरत है। बिजली के झटके के कारण ज़हरीली गैसें निकल रही थीं, और हमें उन्हें सपोर्ट सिस्टम के साथ शिफ्ट करना पड़ा। इससे मरीज़ों की हालत और बिगड़ गई।
मरीजों को शिफ्ट करने के समय बिगड़ी हालत
गंभीर मरीजों को नीचे वाली फ्लोर के ICU में शिफ्ट करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका, 6 लोगों ने दम तोड़ दिया, हादसे में जान गंवाने वालों के नाम भी सामने आ गए हैं।
1. पिंटू, सीकर
2. दिलीप, जयपुर
3. श्रीनाथ, भरतपुर
4. रुक्मणी, भरतपुर
5. खुरमा, भरतपुर
6. बहादुर, जयपुर
बारह दमकल गाड़ियों ने दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
शुरुआत में आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं था, लेकिन बाद में पता चला कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी थी। लगभग 12 दमकल गाड़ियों की मदद से दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। जिस आईसीयू में यह हादसा हुआ, वहाँ छह मरीज भर्ती थे। सभी की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अस्पताल का निरीक्षण किया।
घटना के बाद, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा और कई मंत्री व विधायक एसएमएस अस्पताल पहुँचे। आग लगने से पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई।
परिवारजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया।
परिवारजनों का आरोप है कि धुआँ निकलने के बाद कर्मचारियों को सूचित किया गया, लेकिन किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। धुआँ बढ़ने पर चिकित्सा कर्मचारी भाग गए और किसी ने भी मदद नहीं की।
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