जालंधर के ट्रॉमा सेंटर में ऑक्सीजन प्लांट में फॉल्ट, ICU में भर्ती 3 मरीजों की हुई मौत
अब इसकी वजह भी सामने आ गई है, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने 9 सदस्यों की एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी न सिर्फ मामले की जांच करेगी, बल्कि जिम्मेदार लोगों का पता लगाकर जवाबदेही भी तय करेगी।
अक्सर अस्पताल में कुव्यवस्था के चलते बड़े हादसों की खबरें आती रहती हैं। एक बार फिर ऐसी ही खबर सामने आई है। जालंधर सिविल अस्पताल में कुव्यवस्था के चलते एक बड़ा हादसा हो गया। महज 35 मिनट के अंतराल में एक के बाद एक तीन मरीजों की मौत हो गई। डॉक्टरों से लेकर अन्य स्टाफ तक, सब मूकदर्शक बनकर देखते रहे। अब इसकी वजह भी सामने आ गई है, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने 9 सदस्यों की एक कमेटी बनाई है। यह कमेटी न सिर्फ मामले की जांच करेगी, बल्कि जिम्मेदार लोगों का पता लगाकर जवाबदेही भी तय करेगी।
दरअसल, जालंधर सिविल अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रविवार रात एक चौंकाने वाली घटना में वेंटिलेटर पर मौजूद तीन मरीजों की 35 मिनट के अंदर मौत हो गई। शुरुआती जानकारी के मुताबिक, इस दौरान अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट में तकनीकी खराबी आई है। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने यह भी दावा किया है कि ऑक्सीजन सप्लाई के लिए बैकअप सिस्टम पूरी तरह से सक्रिय था।
मृतक मरीजों की पहचान
मृतकों की पहचान 15 वर्षीय अर्चना, 26 वर्षीय अवतार चंद और 45 वर्षीय राजू के रूप में हुई है। अर्चना को 17 जुलाई को साँप के काटने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, अवतार को 25 जुलाई को नशे की गंभीर हालत में लाया गया था, जबकि राजू को 24 जुलाई को टीबी और किडनी की गंभीर समस्या के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, अर्चना की शाम 7:15 बजे, अवतार की शाम 7:40 बजे और राजू की शाम 7:50 बजे मृत्यु हो गई।
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