कांग्रेस करेगी हरियाणा चुनाव नतीजों की गहन समीक्षा, कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने बुलाई बैठक
हरियाणा में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है, खासकर 10 साल की एंटी इनकंबेंसी का लाभ भी उसे नहीं मिल पाया। नतीजतन, पार्टी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
हरियाणा में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है, खासकर 10 साल की एंटी इनकंबेंसी का लाभ भी उसे नहीं मिल पाया। नतीजतन, पार्टी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। इस असफलता के पीछे कई कारण हैं, जिनकी समीक्षा के लिए पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। इस बैठक में भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ राहुल गांधी भी शामिल होंगे।
चुनाव से पहले कांग्रेस को उम्मीद थी कि वह अपनी खोई हुई जमीन वापस पाएगी। एग्जिट पोल के सर्वेक्षणों ने इस उम्मीद को और मजबूत किया था, जिससे पार्टी में उत्साह का माहौल था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विश्वास था कि 10 साल के बाद प्रदेश में उनकी वापसी होने वाली है। लेकिन जब परिणाम आए, तो सर्वेक्षणों की उम्मीदें ध्वस्त हो गईं, और बीजेपी ने हरियाणा में एक बार फिर ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
इस हार के बाद, कांग्रेस के लिए यह आवश्यक है कि वह अपनी रणनीतियों का पुनरावलोकन करे। बैठक में चर्चा होगी कि कहां चूक हुई और क्या कमी रह गई, ताकि भविष्य में चुनावी मुकाबलों में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके। पार्टी को यह समझना होगा कि पिछले सर्वेक्षणों की विफलता और हार के कारणों पर गंभीरता से विचार करना जरूरी है, ताकि आगे की चुनौतियों का सामना किया जा सके।
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