चीन ने किया घिनौना काम, पूरा एशिया परेशान, अब इस देश ने बताया आशांति का दूत
फिलीपींस के रक्षा प्रमुख गिल्बर्ट टेओडोरो ने मंगलवार को कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया की शांति को बिगाड़ने का सबसे बड़ा कारण चीन है। उनका यह बयान चीन के उस कदम के बाद आया है
दरअसल, पिछले कुछ दिनों में चीन ने साउथ चाइना सी में अपनी घुसपैठ तेज कर दी है। साउथ चाइना सी में चीनी सेना की बढ़ती दखलंदाजी से ताइवान और फिलीपींस जैसे देश परेशान हैं। फिलीपींस की ओर से यह बयान ऐसे समय आया है जब साउथ चाइना सी में चट्टानों और पानी को लेकर मनीला और बीजिंग के बीच तनाव बढ़ गया है।
क्या है पूरा विवाद?
फिलीपींस के रक्षा प्रमुख गिल्बर्ट टेओडोरो ने मंगलवार को कहा कि दक्षिण पूर्व एशिया की शांति को बिगाड़ने का सबसे बड़ा कारण चीन है। उनका यह बयान चीन के उस कदम के बाद आया है, जिसमें चीनी नौसेना ने स्प्रैटली द्वीप समूह में सबीना शोल के पास फिलीपींस के दो तटरक्षक जहाजों पर कार्रवाई की थी। फिलीपींस का कहना है कि उसने अपने एक जहाज को खाद्य आपूर्ति पहुंचाने के लिए दो जहाजों को रीफ पर भेजा था, जिसे चीनी तटरक्षक ने रोक दिया।
फिलीपीन तटरक्षक प्रवक्ता कमोडोर जे. टैरीला ने सोमवार को एएफपी को बताया कि बड़ी संख्या में चीनी नौसेना के जहाजों की तैनाती और खराब समुद्री परिस्थितियों के कारण उन्हें अपना मिशन छोड़ना पड़ा।
पूरे साउथ चाइना सी पर दावा
बीजिंग लगभग पूरे समुद्र पर अपना दावा करता है, जिसे चीन ने फिलीपींस समेत अन्य देशों के दावों को खारिज कर दिया है। एक अंतरराष्ट्रीय फैसले के अनुसार, चीन का दावा गलत है। चीन के दावों में फिलीपींस के विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर की चट्टानें और पानी भी शामिल हैं, जो देश के तट से लगभग 370 किलोमीटर तक फैला हुआ है। पत्रकारों से बात करते हुए गिल्बर्ट टेओडोरो ने कहा, "हमें चीन के खिलाफ एक साथ आवाज उठाने की जरूरत है।
हम एक अधिक शक्तिशाली विरोधी के खिलाफ लड़ रहे हैं। चीन ने हाल ही में इस समुद्री क्षेत्र में अपनी नौसेना की तैनाती बढ़ा दी है और कृत्रिम द्वीप भी बनाए हैं। चीन के विरोधी दावा कर रहे हैं कि इन द्वीपों का निर्माण सैन्य उपयोग के लिए किया गया है।
सबीना शोल में हो रहे टकराव
हाल के दिनों में सबीना शोल के आसपास कई झड़पें हुई हैं। सबीना शोल फिलीपींस के पलावन द्वीप से 140 किलोमीटर पश्चिम में और चीन के सबसे नजदीकी द्वीप हैनान से करीब 1,200 किलोमीटर दूर है। हाल के महीनों में दोनों पक्षों ने शोल पर तट रक्षक और सैन्य जहाज तैनात किए हैं।
मनीला को डर है कि बीजिंग इस इलाके में कृत्रिम द्वीप बनाने जा रहा है। फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस विवादित क्षेत्र में चीन की घुसपैठ का विरोध करते रहे हैं। जिसके कारण हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच संबंध खराब हुए हैं।
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