चंडीगढ़ नगर निगम हाउस में हंगामा, कांग्रेस और आप पार्षद जमीन पर बैठे
आप और कांग्रेस पार्षदों ने आरोप लगाया कि पिछली सदन बैठक के कार्यवृत्त पूरी तरह से मनमाने ढंग से तैयार किए गए थे और आप व कांग्रेस पार्षदों को मार्शलों द्वारा अनावश्यक रूप से बाहर निकाल दिया गया।
नगर निगम सदन की बैठक आज हंगामेदार रही। कांग्रेस और आप पार्षदों ने सदन में कई मुद्दों पर नारेबाजी की और महापौर से कई मुद्दों पर जवाब मांगा। आप और कांग्रेस पार्षदों ने आरोप लगाया कि पिछली सदन बैठक के कार्यवृत्त पूरी तरह से मनमाने ढंग से तैयार किए गए थे और आप व कांग्रेस पार्षदों को मार्शलों द्वारा अनावश्यक रूप से बाहर निकाल दिया गया।
सदन की बैठक लगभग एक घंटे तक चली और स्थिति तब और बिगड़ गई जब कांग्रेस पार्षदों ने पिछली बैठक के कार्यवृत्त की प्रतियां फाड़कर महापौर की मेज पर फेंक दीं। महापौर हरप्रीत कौर बबला ने हंगामे में शामिल पार्षदों और कार्यवृत्त फाड़ने वालों को सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया। उन्होंने कार्यवृत्त की प्रतियां फाड़ने के लिए वरिष्ठ उप महापौर जसवीर सिंह बंटी और उप महापौर तरुण मेहता के साथ-साथ पार्षद प्रेमलता को भी सदन से बाहर निकालने का आदेश दिया।
आप और कांग्रेस पार्षदों ने महापौर के फैसले का कड़ा विरोध किया और अपनी सीटों से उठकर सदन के बीचोंबीच आकर नारेबाजी करने लगे। मौजूदा हालात को देखते हुए महापौर ने सदन की बैठक अस्थायी रूप से स्थगित कर दी है। सदन की बैठक शुरू होते ही पार्षद सौरभ जोशी ने उद्यान विभाग की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि शहर में 110 से अधिक स्थानों पर कूड़ा निस्तारण गड्ढे बनाए गए हैं, लेकिन उनकी हालत बेहद खराब है।
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