मनोहर लाल की तर्ज पर CM सैनी ने की नई शुरूआत, हर सप्ताह विधायकों के साथ करेंगे ‘दिल की बात’
पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की तर्ज पर नायब सैनी ने भी अब सप्ताह के हर बुधवार को शाम 4 से 6 बजे तक का समय विधायकों से मुलाकात के लिए निर्धारित किया है।
चंद्रशेखर धरणी, चंडीगढ़ : जनता की समस्याओं को सुलझाने और उनसे मिलने के लिए पहले से ही चंडीगढ़ में अपने सरकारी निवास संत कबीर कुटीर के दरवाजे खोलने का काम कर चुके मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने अब एक नई शुरूआत की है। मुख्यमंत्री ने जनता के साथ-साथ विधायकों की समस्याओं को दूर करने के अलावा प्रदेश में चलने वाले विकास कार्यों की समीक्षा करने के लिए यह नई पहल की है। पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल की तर्ज पर नायब सैनी ने भी अब सप्ताह के हर बुधवार को शाम 4 से 6 बजे तक का समय विधायकों से मुलाकात के लिए निर्धारित किया है। इस दौरान विधायक व्यक्तिगत रूप से मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्याओं के अलावा अपने इलाके और आमजन की समस्याओं के साथ अपने-अपने क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री से चर्चा कर सकेंगे।
कोताही बरतने पर होगी सख्त कार्रवाई !
मुख्यमंत्री ने विधायकों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्रों की समस्याओं और विकास कार्यों को प्राथमिकता से निपटाएं। इस पहल का उद्देश्य न केवल विधायकों की भूमिका को सशक्त बनाना है, बल्कि फील्ड से ग्राउंड रिपोर्ट प्राप्त करना भी है, जिससे जनता की समस्याओं का समय पर समाधान हो सके। मुख्यमंत्री ने जनता से प्राप्त शिकायतों को विधायकों तक पहुंचाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि विधायकों को अपने क्षेत्र की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करना चाहिए। इसके लिए फील्ड के अधिकारियों को भी हिदायत दी गई है कि वे विधायकों की बात सुनें और आवश्यक कार्रवाई करें। यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी काम में कोताही बरतता है, तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। हर बुधवार को होने वाली इन बैठकों के दौरान वरिष्ठ अधिकारी भी अलग कमरे में मौजूद रहेंगे। विधायक यदि किसी विभाग से संबंधित शिकायत करते हैं, तो अधिकारियों को तुरंत निर्देश दिए जाएंगे।
विधायक के काम में नहीं आनी चाहिए दिक्कत
मुख्यमंत्री ने बुधवार शाम को विधायकों से एक-एक कर मुलाकात की और उनसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए जानकारी हासिल की। विधायकों ने मुख्यमंत्री को अपने कामों में आ रही बाधाओं तथा अधिकारियों द्वारा सहयोग नहीं किए जाने की जानकारी दी, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों की मौके पर ही खिंचाई की। मुख्यमंत्री के समक्ष बातचीत के दौरान कई विधायकों ने अधिकारियों की मनमर्जी तथा विधानसभा चुनाव में उनके कांग्रेस प्रेम का मुद्दा भी उठाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पास लगभग पूरी रिपोर्ट है, लेकिन फिर भी विधायक उन्हें ऐसे अधिकारियों के नाम और पद के साथ उनके आरोप के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करें, ताकि उनके विरुद्ध जांच के बाद कार्रवाई की जा सके। मंत्रियों को भी ऐसे अधिकारियों की सूची सौंपने के लिए कहा गया है। सीएम ने उच्चाधिकारियों से कहा कि किसी भी विधायक के काम में कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए। सीएम ने स्पष्ट किया कि ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। इससे पहले भी कई अधिकारियों का स्थानांतरण किया जा चुका है।
विधायक करेंगे जनता से संपर्क !
मुख्यमंत्री हर रोज अपने निवास पर राज्य भर से आने वाले लोगों की समस्याएं सुनते हैं। इन समस्याओं को पहले जिलावार और फिर विधानसभा वार अलग-अलग किया गया। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक विधायक को उन समस्याओं की सूची और पीड़ित लोगों के शिकायत पत्र थमा दिये, जो अपनी समस्याएं लेकर सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय आए थे। विधायकों से कहा गया कि वे इन लोगों से स्वयं संपर्क साधें और उनकी समस्याओं का समाधान कराएं। राज्य स्तरीय समस्याओं के समाधान के लिए मुख्यमंत्री पहले ही संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर चुके हैं। विधायकों से अपने-अपने क्षेत्रों की विकास परियोजनाओं के प्रस्ताव को लेकर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें प्रत्येक विधायक अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं और संभावित विकास परियोजनाओं की सूची सौंपे।
आम लोगों के खुले रहेंगे द्वार
विधायकों के लिए विशेष समय निर्धारित करने के बावजूद सीएम ने आम जनता के लिए अपने आवास के दरवाजे खुले रखने की परंपरा जारी रखने का आश्वासन दिया है। वे रोजाना प्रदेशभर से आए लोगों की समस्याएं सुनते हैं।
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