भारत में घुसपैठ कर रहीं बांग्लादेश से मां बेटी पर BSF ने की फायरिंग, 13 साल की लड़की की मौत

भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। अब बांग्लादेश की एक 13 वर्षीय हिंदू लड़की कथित तौर पर त्रिपुरा में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारत में घुसने की कोशिश कर रही थी। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन गोलीबारी में वह मारी गई।

Sep 5, 2024 - 11:00
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भारत में घुसपैठ कर रहीं बांग्लादेश से मां बेटी पर BSF ने की फायरिंग, 13 साल की लड़की की मौत
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बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार के तख्तापलट के बाद हिंदुओं समेत अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं। वे भागने के लिए भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले भी सीमा पर ऐसी तस्वीरें आई थीं कि लोग सीमा पार कर भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। अब बांग्लादेश की एक 13 वर्षीय हिंदू लड़की कथित तौर पर त्रिपुरा में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारत में घुसने की कोशिश कर रही थी। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन गोलीबारी में वह मारी गई।

BSF ने लड़की का शव सौंपा

ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, बीएसएफ ने घटना के 45 घंटे बाद मंगलवार देर रात बांग्लादेशी लड़की का शव बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया। उसकी पहचान 13 वर्षीय स्वर्णा दास के रूप में हुई। बीएसएफ की कथित गोलीबारी में उसकी मौत हो गई। शव सौंपे जाने की पुष्टि करते हुए कुलौरा थाने के प्रभारी बिनय भूषण रॉय ने बताया कि जरूरी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद शव लड़की के परिवार को लौटा दिया गया। बीजीबी सेक्टर कमांडेंट लेफ्टिनेंट कर्नल मिजानुर रहमान शिकदर ने बताया कि किशोरी को बीएसएफ कर्मियों ने उस समय गोली मार दी, जब वह और अन्य रविवार रात कुलौरा उपजिला से भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।

बाल-बाल बची मां, दलाल भी भाग गए

शिकदर ने बताया कि स्थिति से निपटने के लिए बीजीबी और बीएसएफ के बीच फ्लैग मीटिंग बुलाई गई। लड़की की पहचान 13 वर्षीय स्वर्णा दास के रूप में हुई है, जो पश्चिम जुरी संघ के जुरी उपजिला के अंतर्गत कलानिगर गांव की निवासी पोरेंद्र दास की बेटी है। पोरेंद्र ने बताया कि स्वर्णा और उसकी मां त्रिपुरा में रहने वाले अपने सबसे बड़े बेटे से मिलने के लिए अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रही थीं। उन्हें 2 स्थानीय दलालों से मदद मिली। रविवार रात करीब 9 बजे जब वे भारतीय सीमा पर पहुंचे तो बीएसएफ कर्मियों ने गोलियां चला दीं, जिससे स्वर्णा की तुरंत मौत हो गई। स्वर्णा की मां गोली लगने से बाल-बाल बच गईं। इस दुखद घटना से आक्रोश फैल गया है और सीमा क्षेत्र में सख्ती बढ़ा दी गई है।

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