DAP की कमी पर कृषि मंत्री का सुरजेवाला पर पलटवार, किसानों को गुमराह करने का लगाया आरोप
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला द्वारा राज्य में डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) की कमी को लेकर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
एमएच वन ब्यूरो, चंडीगढ़: कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला द्वारा राज्य में डीएपी (डाय-अमोनियम फॉस्फेट) की कमी को लेकर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। सुरजेवाला के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को डीएपी की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय है और सुरजेवाला किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
कृषि मंत्री ने रणदीप सुरजेवाला के आरोपों को निराधार बताते हुए स्पष्ट किया कि हरियाणा सरकार ने रबी सीजन के लिए आवश्यक कुल 3.48 लाख मीट्रिक टन (एमटी) में से अब तक 2.38 लाख मीट्रिक टन डीएपी जारी कर दिया है। यह रबी सीजन 24 सितंबर से 25 मार्च तक चलता है। राणा ने कहा कि प्रदेश में लगभग 24 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं और 10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सरसों की फसल बोई जाती है और किसानों को आवश्यकतानुसार उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है।
विभागीय आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कृषि मंत्री ने बताया कि राज्य का डीएपी स्टॉक पिछले वर्ष की मांग के बराबर है। पिछले रबी सीजन में 2,29,086 मीट्रिक टन डीएपी की खपत हुई थी, जबकि इस बार 7 नवंबर 2024 तक राज्य में 1,71,002 मीट्रिक टन डीएपी प्राप्त हुआ है, जिसमें 1 अक्टूबर 2024 का 53,970 मीट्रिक टन का शुरुआती स्टॉक भी शामिल है। वर्तमान में विभिन्न जिलों में 26,497 मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध है और 11 नवंबर तक अतिरिक्त 14,574 मीट्रिक टन प्राप्त होने की संभावना है।
अन्य उर्वरकों की भी आपूर्ति सुनिश्चित
श्याम सिंह राणा ने बताया कि किसान डीएपी के साथ-साथ अन्य उर्वरक जैसे एनपीके और सिंगल सुपर फॉस्फेट (एसएसपी) का भी उपयोग करते हैं। राज्य में 65,200 मीट्रिक टन एनपीके की आपूर्ति की गई है, जिसमें से 26,041 मीट्रिक टन का स्टॉक उपलब्ध है। एसएसपी की आपूर्ति भी पर्याप्त मात्रा में है, और यह राज्य में वर्तमान में 71,380 मीट्रिक टन का स्टॉक उपलब्ध है।
पुलिस कार्रवाई और आपूर्ति में गड़बड़ी के आरोप भ्रामक
कृषि मंत्री ने रणदीप सुरजेवाला के अन्य आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उचाना में किसानों पर पुलिस कार्रवाई के आरोपों गलत हैं। उन्होंने 26 नवंबर को नरवाना, गुहला चीका और कैथल में किसानों के असंतोष की खबरों को भी निराधार बताया। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं की कोई पुष्टि नहीं हुई है और किसानों के खिलाफ कोई पुलिस कार्रवाई दर्ज नहीं की गई है।
राणा ने यह भी स्पष्ट किया कि भिवानी, चरखी दादरी और नारनौल के पुलिस थानों में डीएपी वितरित किए जाने के आरोप झूठे हैं। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में स्थानीय अधिकारियों ने किसानों को पर्याप्त डीएपी स्टॉक की उपलब्धता का आश्वासन दिया है। उदाहरण के लिए, 1 अक्टूबर से 7 नवंबर तक सिरसा जिले में 15,794 मीट्रिक टन डीएपी पहुंचा, जिसमें से 1,573 मीट्रिक टन का स्टॉक अभी भी मौजूद है। अगले कुछ दिनों में सिरसा को अतिरिक्त 2,419 मीट्रिक टन डीएपी की आपूर्ति की जाएगी।
उच्च मांग के बीच वितरण सुचारू रखने के प्रयास
कृषि मंत्री ने सरकारी वितरण प्रयासों का उदाहरण देते हुए बताया कि हाल ही में 5 नवंबर को चरखी दादरी के बाढड़ा PACS में उर्वरक वितरण के दौरान भारी संख्या में किसान इकट्ठे हुए थे। वहां स्थानीय एसडीएम और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में वितरण का सुचारू संचालन किया गया। उन्होंने कहा कि अक्टूबर और नवंबर में चरखी दादरी जिले में पिछले साल के मुकाबले इस साल डीएपी की बिक्री अधिक हुई है। आज 7 नवंबर तक 3,745 मीट्रिक टन डीएपी उपलब्ध कराई गई है, जो पिछले साल के 2,891 मीट्रिक टन से अधिक है।
कृषि मंत्री ने हरियाणा के किसानों को यह विश्वास दिलाया कि सरकार इस रबी सीजन में डीएपी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पुनः आश्वस्त किया कि समय पर वितरण और पर्याप्त स्टॉक बनाए रखने के प्रयास जारी रहेंगे, ताकि किसानों की फसल बुआई में कोई रुकावट न आए।
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