Haryana AQI: खराब AQI से प्रभावित हरियाणा के कुल 21 जिले, फरीदाबाद के हालात सबसे खराब

Haryana AQI

Haryana AQI: हरियाणा के कुल 21 जिलों में इस समय वायु गुणवत्ता का स्तर बेहद खराब है। जिसमें फरीदाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे खराब है। दिल्ली एनसीआर का मौजूदा वायु गुणवत्ता सूचकांक 322 है। जिसके चलते केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) द्वारा इसे “बहुत खराब” वायु गुणवत्ता की श्रेणी में डाला गया है।

हरियाणा के लगभग 7 जिलों में वायु गुणवत्ता खराब दर्ज की गई है और 3 जिलों में मध्यम दर्ज की गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, “बहुत खराब” वायु गुणवत्ता (AQI) लंबे समय तक रहने पर श्वसन संबंधी बीमारियों हो सकती हैं। “खराब” वायु गुणवत्ता समय के साथ अधिकांश लोगों के लिए सांस लेने में असुविधा पैदा कर सकती है।

ख़ास तौर पर अस्थमा और हृदय सम्बंधित रोगों से ग्रसित लोगों के लिए यह नुकसानदायक हो सकती है। साँस लेने में तकलीफ़ में, विशेष रूप से फेफड़े, अस्थमा और हृदय की स्थिति वाले व्यक्तियों के लिए। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने पहले ही एनसीआर भर के उद्योगों में डीजल जनरेटर पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।

इस साल हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में भी भारी कमी आई है। लेकिन इसके बावजूद हवा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है। 24 अक्टूबर को राज्य में पराली जलाने की कुल 25 घटनाएं सामने आईं थी। जिनमें से पराली जलाने के 12 मामले कैथल से थे।

खराब रखरखाव वाली सड़कें और उच्च यातायात भी खराब वायु गुणवत्ता के कारकों में योगदान दे रहा है। इसके अतिरिक्त, हवा की गुणवत्ता के मुद्दे से निपटने के लिए सड़कों पर स्प्रिंकलर सिस्टम का उपयोग करने और स्टोन क्रशर को बंद करने के लिए एनसीआर जिलों को विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।

पंचकुला में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि उनकी टीमें लगातार औद्योगिक और अन्य गतिविधियों पर निगरानी रखे हुए है। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार इस साल हरियाणा में पराली जलाना नियंत्रण में था।