हिमाचल के 11 विधायक उत्तराखंड में, केंद्रीय मंत्री ने कहा-जल्द गिरेगी सुक्खू सरकार

हिमाचल प्रदेश के छह विधायक जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी के खिलाफ मतदान किया था, तीन निर्दलीय विधायकों के साथ उत्तराखंड पहुंचे और उन्हें यहां एक होटल में ठहराया गया है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के खिलाफ जारी बवागत के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है।

बागी विधायकों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हिमाचल प्रदेश इकाई के दो विधायक विक्रम ठाकुर और त्रिलोक जमवाल भी मौजूद हैं। ये सभी विधायक शुक्रवार देर रात एक चार्टर्ड उड़ान से हरियाणा के पंचकुला से ऋषिकेश पहुंचे और होटल ताज में ठहरे।

कांग्रेस विधायक सुधीर शर्मा, राजिंदर राणा, इंदर दत्त लखनपाल, देविंदर कुमार भुट्टू, रवींद्र ठाकुर और चैतन्य शर्मा को राज्य के बजट पर पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया है।

बागी विधायकों ने मामले में राहत के लिए उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।

कांग्रेस के बागी विधायकों के साथ-साथ तीन निर्दलीय विधायक होशियार सिंह, केएल ठाकुर और आशीष शर्मा भी हैं।

होटल के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और वहां पहले से निर्धारित बुकिंग कराने वाले व्यक्तियों के अलावा अन्य को प्रवेश की इजाजत नहीं दी जा रही है।

यह होटल ऋषिकेश से 30 किलोमीटर दूर ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग पर है।

कांग्रेस हिमाचल में स्थिति को संभालने में जुटी है और राज्य के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ बातचीत की जा रही है।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में वर्तमान में कांग्रेस के 34 और भाजपा के 25 विधायक हैं। तीन निर्दलीय विधायकों ने भी राज्यसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था।

इस बीच, केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री बीएल वर्मा ने हरिद्वार में संवाददाताओं से कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार जल्द ही गिर जाएगी। वर्मा ने कहा, ” हिमाचल प्रदेश में सुक्खू सरकार आंतरिक कलह से जूझ रही है। इस अंतर्कलह के कारण यह ज्यादा समय तक नहीं टिकेगी।”

उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी के कार्यों ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का सफाया कर दिया और लोकसभा चुनाव के बाद पूरे देश से पार्टी का सफाया हो जाएगा।

वर्मा हरिद्वार में योगगुरु रामदेव के पतंजलि योगपीठ में आयोजित सहकारिता सम्मेलन में भाग लेने आए थे।

हिमाचल प्रदेश के विधायकों की उत्तराखंड में मौजूदगी के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए वर्मा ने कहा कि उनके निष्कासन का मामला उच्चतम न्यायालय में है और भाजपा न्यायालयों का सम्मान करती है।

उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) को एक परिवारवादी पार्टी बताया जो आम चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल पाएगी।

किसानों के मौजूदा आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताते हुए उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2013-14 में किसानों के लिए बजट सिर्फ 21900 करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसे बढ़ाते हुए 1.25 लाख करोड़ कर दिया है।

उन्होंने कहा, ” लेकिन किसानों की आड़ में कुछ राजनीतिक दल सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। वे कभी सफल नहीं होंगे।”