महंगाई से आमजन त्रस्त, नवंबर के महीने में महंगाई ने तोड़ी देश के लोगों की कमर.. 12 सालों का तोड़ा रिकॉर्ड

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WPI मुद्रास्फीति 12 साल के उच्चतम स्तर पर : नवंबर महीने के लिये थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर ( WPI based Inflation) 14.23 फीसदी रही है, जो 12 सालों में  सबसे ज्यादा रही है ।

कमरतोड़ महंगाई से आम लोगों को राहत मिलती नहीं दिख रही है। नवंबर के महीने के लिये थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर 14.23 फीसदी रही है, वहीं अक्टूबर महीने में 12.54 फीसदी रही थी। अगर हम बात करें पिछले एक साल 2020 की तो उस समय थोक मूल्य आधारित महंगाई दर 2.29 फीसदी रहा था।

नवंबर में क्यों बढ़ी थोक महंगाई

सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में WPI 12.54 फीसदी से बढ़कर 14.23 फीसदी हो गई है। साथ ही इस दौरान खाने-पीने के सामानों की थोक महंगाई के दाम 3.06 फीसदी से बढ़कर 6.70 फीसदी हो गई है। वहीं मैन्युफैकचरिंग आईटम्स की महंगाई दर बढ़कर 11.92 फीसदी पर  पहुंच चुकी है। वहीं ईंधन की महंगाई दर 39.81 फीसदी हो गई है।