बीसीसीआई ने युवा खिलाड़ियों को दिया कड़ा संदेश, किशन और अय्यर को क्यों किया गया केंद्रीय अनुबंध से बाहर?

बीसीसीआई ने युवा खिलाड़ियों को दिया कड़ा संदेश, किशन और अय्यर को क्यों किया गया केंद्रीय अनुबंध से बाहर?

ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को हाल ही में बीसीसीआई की वार्षिक केंद्रीय अनुबंध से बाहर किए जाने पर चर्चा छिड़ गई है। बीसीसीआई के अनुसार घरेलू क्रिकेट के प्रति प्रतिबद्धता से ही खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम और केंद्रीय अनुबंध में जगह दी जाएगी।

ईशान किशन और श्रेयस अय्यर बीसीसीआई के कहने पर भी घरेलू क्रिकेट नहीं खेले थे। ईशान किशन ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान निजी छुट्टी ली थी और हाल ही में डीवाई पाटिल टी-20 टूर्नामेंट में वापसी की है।

वहीं श्रेयस अय्यर ने चोट का हवाला देते हुए रणजी ट्रॉफी के मैच खेलने से मना कर दिया था। राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) द्वारा फिट पाए जाने के बाद भी श्रेयस अय्यर ने रणजी के मैचों में हिस्सा नहीं लिया।

बीसीसीआई ने बुधवार रात अपने अनुबंध की घोषणा की और सचिव जय शाह ने अपने एक पत्र के माध्यम से घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देने पर जोर दिया।

केवल आईपीएल को प्राथमिकता देने वाले खिलाड़ियों का भारतीय टीम में चयन नहीं होगा। उन्हें अपने राज्य के लिए भी घरेलू क्रिकेट खेलना होगा, तभी वें राष्ट्रीय टीम में चयन के लिए मान्य होंगे।

भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने इस बात को दोहराते हुए कहा था कि टेस्ट क्रिकेट के लिए “भूख” भविष्य के चयन में महत्वपूर्ण होगी। जिन खिलाड़ियों में यह भूक नहीं होगी, उन्हें टेस्ट टीम में नहीं चुना जाएगा।

क्या है पूरा मामला?

कोच राहुल द्रविड़ ने खुलासा किया कि किशन ने खुद को चयन के लिए उपलब्ध नहीं कराया था और टेस्ट टीम में वापसी से पहले उन्हें झारखण्ड के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए कहा गया था।

राहुल द्रविड़ ने किशन से बात की थी और कहा था कि आप रणजी ट्रॉफी के मैच खेलकर अपने आप को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चयन के लिए उपलब्ध कराओ। लेकिन ईशान ने घरेलू क्रिकेट ना खेलने का फैसला किया।

ईशान किशन इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे, तो उनकी जगह टीम में ध्रुव जुरेल को चुना गया और अब किशन को केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया गया।

दूसरी ओर श्रेयस अय्यर को भी टेस्ट क्रिकेट में लगातार खराब प्रदर्शन के बाद घरेलू क्रिकेट खेलने कि सलाह दी गई थी। लेकिन अय्यर ने भी इस बात को नजरअंदाज किया ओर चोट का हवाला देकर घरेलू क्रिकेट नहीं खेला।

राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) द्वारा फिट पाए जाने के बाद भी श्रेयस अय्यर ने घरेलू क्रिकेट को नजरअंदाज किया। जिसके बाद उन्हें भी बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया गया।

बीसीसीआई ने दिया सख्त संदेश

ईशान किशन ओर श्रेयस अय्यर को केंद्रीय अनुबंध से बाहर करके बीसीसीआई ने युवा खिलाड़ियों को सख्त संदेश दिया है कि अगर कोई खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता नहीं देगा, तो उसका चयन राष्ट्रीय टीम में नहीं होगा।

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि यदि एनसीए कहता है कि आप फिट हैं और आप टेस्ट नहीं खेल रहे हैं, तो बीसीसीआई अनुबंध की पेशकश कैसे कर सकता है?

अधिकारी ने स्पष्ट किया कि उनकी क्षमताओं पर सवाल नहीं उठाया गया है, लेकिन घरेलू क्रिकेट में इन खिलाड़ियों की गैर-भागीदारी चिंता पैदा करती है।

यदि ये दोनों खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट खेलकर फॉर्म हासिल कर लेते हैं और फिटनेस के मानदंडों पर भी खरा उतरते हैं, तो उन्हें आईपीएल के बाद फिर से अनुबंध में शामिल किया जा सकता है।