लक्षद्वीप जाने का बना रहे हैं प्लान, लेकिन बिना परमिट के लक्षद्वीप जाना इम्‍पॉसिबल

लक्षद्वीप जाने का बना रहे हैं प्लान, लेकिन बिना परमिट के लक्षद्वीप जाना इम्‍पॉसिबल

अरब सागर में रत्नों की तरह बिखरे हुए 36 पन्ना द्वीपों का एक मनमोहक द्वीपसमूह लक्षद्वीप अचानक ही चर्चा में आ गया है। पीएम मोदी हाल ही में लक्षद्वीप के दौरे पर गए थे।

उन्होंने इसे एक एडवेंचर और टूरिज्म हब में बदलने का सुझाव दिया। हालांकि एक दिलचस्प बात ये है कि यहां बैग उठाए और चल दिए, ऐसा नहीं कर सकते हैं।

अगर आप लक्षद्वीप के खूबसूरत समुद्री तटों पर जाने के बारे में सोच रहे हैं तो उसके लिए आपको पहले सरकार से परमिशन लेनी होगी, जिसे इनर लाइन परमिट कहा जाता है।

अब आप सोच रहे होंगे कि ये क्या बवाल चीज़ है अब अपने ही देश में जाने के लिए परमिशन लेना होगा। आखिर ये इनर लाइन परमिट क्या है?

लक्षद्वीप में किसे और क्यों परमिट लेना होता है? , आप परमिट कैसे ले सकते हैं? इन तमाम सवालों का जवाब हम आपको देंगे:

क्यों पड़ती है परमिट की जरूरत?

देखिए हम जब भी विदेश जाते हैं तो आमतौर पर हमें वीजा की जरूरत पड़ती है, लेकिन आपको ये जानकार शायद हैरानी हो कि भारत में कुछ ऐसे राज्य हैं, जहां जाने के लिए परमिशन लेनी पड़ती है।

यहां बिना राज्य सरकार की अनुमति के आप राज्य की सीमा में एंट्री नहीं ले सकते। आपको बता दें अरुणाचल प्रदेश, लक्षद्वीप, लद्दाख के कुछ हिस्से, सिक्किम के कुछ हिस्से, नागालैंड, मिजोरम में ये नियम लागू होता है।

इन राज्यों में ‘इनर लाइन परमिट’ लिए बिना कोई भी भारतीय नागरिक इनकी सीमा में घुस भी नहीं सकता। आपको बता दें कि लक्षद्वीप के निवासी और सरकारी अधिकारी को छोड़कर सभी को एंट्री परमिट की जरूरत होती है।

चाहे वह भारतीय नागरिक हो या विदेशी। यहां पर सिर्फ 5 द्वीप की ही यात्रा कर सकते हैं। इनमें कावारत्ती, अगत्ती, बंगाराम, कदमत और मिनिकॉय शामिल हैं।

परमिट लेने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट्स

कैसे कर सकते हैं परमिट के लिए अप्लाई?

लक्षद्वीप यात्रा के लिए आप 2 तरीकों से परमिट के लिए आवेदन कर सकते है। आप ऑनलाइन मोड और ऑफ़लाइन मोड से अप्लाई कर सकते है। वैसे ऑनलाइन मोड का तरीका ज्यादा आसान है।

आप अपनी सुविधा के अनुसार ऑफलाइन या ऑनलाइन मोड चुन सकते हैं। आप ePermit पोर्टल https://epermit.utl.gov.in/pages/signup पर जाएं। इस वेबसाइट पर आपको ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा।

इस फॉर्म में आपको सारी डीटेल्स भरने के बाद जरूरी डॉक्यूमेंटस सब्मिट करना होगा। इसके बाद आपको परमिट फीस भी जमा करना पड़ेगा, जो कि आपकी डेस्टिनेशन के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।

जब आप ये प्रोसेस पूरी कर लेंगे तो आपके ट्रिप शुरू होने के 15 दिन पहले आपको परमिट ईमेल के जरिए भेज दिया जाएगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, आवेदन शुल्क 50 रुपए है। 12 से 18 साल की आयु वाले बच्चों के लिए 100 रुपए और कोई व्यक्ति 18 साल से ज्यादा उम्र का है तो 200 रुपए का एक्स्ट्रा चार्ज देना होगा।

बता दें कि लक्षद्वीप में बड़ी संख्या में अनुसूचित जनजातियां रहती हैं। इस द्वीप पर लगभग 95 प्रतिशत आबादी अनुसूचित जनजातियों की है।

उनकी सुरक्षा के लिए ही अधिकारियों ने लक्षद्वीप पहुंचने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, यानी यह नियम बनाने का मकसद वहां रह रहीं अनुसूचित जनजातियों की रक्षा करना है।

भारतीय हों या विदेशी टूरिस्ट, सभी को लक्षद्वीप जाने के लिए भारत सरकार से परमिशन लेने की जरूरत पड़ती है।