जैसलमेर के निकट तेजस लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त, पायलट सुरक्षित

भारतीय वायुसेना का एक हल्का लड़ाकू विमान तेजस मंगलवार को राजस्थान के जैसलमेर के नजदीक प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। वायुसेना ने यह जानकारी दी।

वायुसेना ने बताया कि विमान का पायलट सुरक्षित बाहर निकल गया और दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया गया है।

वायुसेना ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ‘‘भारतीय वायुसेना का एक हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस आज एक प्रशिक्षण उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हालांकि, पायलट इससे सुरक्षित बाहर निकल गया।’’

दुर्घटना पोकरण से लगभग 100 किमी दूर हुई। यहां मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शीर्ष सैन्य अधिकारियों की उपस्थिति में मेगा युद्ध अभ्यास ‘भारत शक्ति’ चल रहा था।

सैन्य सूत्रों ने संकेत दिया कि तेजस जेट को इस अभ्यास का हिस्सा बनना था।

जैसलमेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र सिंह ने बताया कि कल्ला आवासीय कॉलोनी और जवाहर कॉलोनी के पास हुए हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटना में एक छात्रावास का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि, घटना के समय कमरों में कोई नहीं था।

जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, वहां एक मंजिला ईंट की इमारत से गहरा काला धुआं निकलता देखा गया। अधिकारियों ने कहा कि यह दुर्घटना का शिकार होने वाला पहला तेजस जेट था।

वायुसेना के अनुसार “भारतीय वायु सेना का एक हल्का लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस आज एक परिचालन प्रशिक्षण उड़ान के दौरान जैसलमेर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट सुरक्षित रूप से बाहर निकल गया।”

इसमें कहा गया, ”दुर्घटना के कारण का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है।”

घटना के बाद जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि सौभाग्य से घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।

उन्होंने कहा, ‘पायलट सुरक्षित है और घटना में कोई अन्य घायल नहीं हुआ है। घटना स्थल के सभी दिशाओं में आबादी थी और सौभाग्य से सभी सुरक्षित हैं। ”

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ देर पहले ही पायलट विमान से बाहर कूद गया। उसने बताया, ”जैसे ही विमान जमीन पर गिरा, तेज आवाज हुई।”

दमकल वाहनों को आग पर काबू पाने के लिये घटनास्थल पर भेजा गया और आग पर काबू पा लिया गया। पायलट को अस्पताल ले जाया गया।

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित तेजस विमान को हवाई युद्ध और आक्रामक वायु सहायता मिशनों के लिए शक्तिशाली हथियार माना जाता है।

तेजस विमान भारतीय वायुसेना का मुख्य आधार बनने के लिए तैयार है। इसमें शुरुआती संस्करण के लगभग 40 तेजस पहले ही शामिल किए जा चुके हैं।

फरवरी 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना के लिए 83 तेजस एमके-1ए जेट की खरीद के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के साथ 48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया। पिछले नवंबर में मंत्रालय ने भारतीय वायुसेना के लिए 97 तेजस जेट के एक अतिरिक्त बैच की खरीद के लिए प्रारंभिक मंजूरी दी थी।