उबेर कप में पीवी सिंधु की तरह आक्रामक प्रदर्शन करना चाहते हैं तन्वी

दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू को अपनी प्रेरणास्रोत मानने वाली 15 साल की तन्वी शर्मा इस महीने चीन के चेंगडू में होने वाले थॉमस और उबेर कप में उनके जैसा आक्रामक प्रदर्शन करना चाहती हैं।

तन्वी थॉमस और उबेर कप के लिए भारतीय महिला टीम की युवा सदस्य हैं। वह बैडमिंटन एशिया टीम चैम्पियनशिप के दौरान टीम का हिस्सा थीं लेकिन खेली नहीं थीं। इसमें सिंधू के खेल को देखने के अपने अनुभव को याद करते हुए तन्वी ने कहा, ‘‘मैं सिंधू दीदी की तरह बनना चाहती हूं, वह मेरी प्रेरणास्रोत हैं। मैं उनके सारे मैच देखती हूं। मलेशिया में उनके साथ होना शानदार था। वह बहुत ही मिलनसार हैं। ’’

पंजाब के होशियारपुर की तन्वी की बड़ी बहन राधिका भी बैडमिंटन खेलती हैं और उनकी मां वॉलीबॉल खेलती थीं। उनकी मां ने ही अपनी दोनों बेटियों को बैडमिंटन की कोचिंग दिलाने के लिए प्रयास किये।

तन्वी ने भी मां की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए प्रभावित किया। वह अंडर-15 और अंडर-17 राष्ट्रीय चैम्पियन बनी जिसके बाद वह 2022 में अंडर-19 फाइनल में उप विजेता रही।

पिछले साल इस युवा खिलाड़ी ने चीन में एशियाई अंडर-15 जूनियर चैम्पियनशिप में रजत पदक अपने नाम किया। इसके अलावा उन्होंने कोटक इंडिया इंटरनेशनल में खिताब भी जीता। वह गुवाहाटी में सीनियर राष्ट्रीय में उप विजेता रहीं।

भारतीय खिलाडी PV Sindhu बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप के प्री क्वार्टर फाइनल में हारी

दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू गुरुवार को यहां बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप के प्री क्वार्टरफाइनल में छठी वरीयता प्राप्त चीन की हान युए को कड़ी चुनौती देने के बावजूद हार गयीं।

पेरिस ओलंपिक से पहले फॉर्म में लौटने की कोशिश में जुटी सिंधू ने एक घंटे और नौ मिनट तक कड़ी चुनौती पेश की लेकिन अंत में युए से 18-21 21-13 17-21 से हार गयी जबकि गुरुवार को मुकाबले से पहले उसके खिलाफ इस भारतीय का जीत का रिकॉर्ड 5-0 था।

अन्य भारतीयों में तनीषा क्रास्टो और अश्विनी पोनप्पा की युगल जोड़ी प्री क्वार्टरफाइनल में जापान की नामी मातसुयामा और चिहारू शिडा की तीसरी वरीय जोड़ी से 17-21 12-21 से पराजित हो गयीं।

सिंधू ने पहले गेम में अच्छी शुरूआत की और अपने अनुभव का फायदा उठाते हुए 8-4 से बढ़त ले ली और इसे 14-8 तक बढ़ा दिया। पर चीन की खिलाड़ी ने शानदार वापसी की और सिंधू ने गलतियां करनी शुरू कर दी। युए ने सिंधू को लंबी रैलियों में उलझाकर थका दिया और 15-15 से बराबरी पर पहुंच गयीं।

युए ने इसके बाद पहला गेम अपने नाम कर लिया।

दूसरे गेम में सिंधू ने आक्रामक रूख अख्तियार किया और अपने अनुभव की बदौलत 16-8 से बढ़त बना ली।

युए ने वापसी की सर्वश्रेष्ठ कोशिश की लेकिन सिंधू ने कोई मौका नहीं दिया और दूसरा गेम अपने नाम कर 1-1 से बराबरी हासिल कर ली।

निर्णायक गेम में सिंधू 8-4 की बढ़त से अच्छी शुरूआत के बाद लय खो बैठीं। चीन की खिलाड़ी ने तेज और आक्रामक खेल से भारतीय खिलाड़ी को लंबी रैलियों में फंसाकर थका दिया जिससे सिंधू गलतियां करने लगीं।

इसके बाद 10-10 से युए 17-10 से आगे हो गयीं। सिंधू ने हालांकि कुछ अंक जुटाकर अंतर 20-17 किया।

सिंधू ने दो गेम प्वाइंट बचाये लेकिन अंत में उनकी प्रतिद्वंद्वी ने क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया।