Paris Olympic : भारतीय पुरुष हॉकी टीम का पहला मुकाबला न्यूजीलैंड से, 27 जुलाई को होगी आमने सामने

तोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता भारत को पूल बी में रखा गया है। भारतीय टीम 27 जुलाई को न्यूजीलैंड से भिड़ने के बाद 29 जुलाई को अर्जेन्टीना, 30 जुलाई को आयरलैंड, एक अगस्त को बेल्जियम और दो अगस्त को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी।

इटली में पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल करने की कोशिश करेंगे भारतीय मुक्केबाज

अनुभवी मुक्केबाज शिव थापा, दीपक भोरिया और निशांत देव सहित नौ भारतीय मुक्केबाज रविवार से इटली के बस्टो अर्सिजियो में शुरू होने वाले पहले विश्व क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल करने के लिए रिंग में उतरेंगे।

भारत के सात पुरुष और दो महिला मुक्केबाज अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के कार्यकारी बोर्ड द्वारा बनाई गई एक तदर्थ संस्था पेरिस 2024 मुक्केबाजी इकाई (पीबीयू) द्वारा आयोजित किए जा रहे क्वालीफायर में ओलंपिक स्थान हासिल करने का लक्ष्य बनाये होंगे।

टूर्नामेंट में 49 कोटा स्थान दांव पर लगे होंगे और एक मुक्केबाज सेमीफाइनल में पहुंचकर पेरिस ओलंपिक का टिकट पक्का कर लेगा।

लेकिन महिलाओं के 60 किग्रा वर्ग में ओलंपिक स्थान तय करने के लिए सेमीफाइनल हारने वाली मुक्केबाजों के बीच ‘बॉक्स ऑफ’ (मुकाबला) होगा क्योंकि केवल तीन स्थान दांव पर लगे हैं।

कई मुक्केबाजों ने अपने संबंधित महाद्वीपीय टूर्नामेंट से कोटा स्थान हासिल कर लिये हैं लेकिन कुछ विश्व स्तरीय मुक्केबाज इटली में ऐसा करना चाहेंगे।

भारतीय उम्मीदों की अगुआई 2023 विश्व चैम्पियनशिप के पदक विजेता भोरिया (51 किग्रा), मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा) और देव (71 किग्रा) की तिकड़ी करेगी।

भोरिया और देव अपने भार वर्ग में मजबूत दावेदार के रूप में उभरे हैं।

राष्ट्रमंडल खेलों के दो बार के कांस्य पदक विजेता हुसामुद्दीन घुटने की सर्जरी के बाद पिछले साल विश्व चैम्पियनशिप के बाद पहली बार रिंग में उतरेंगे।

छह बार के एशियाई चैम्पियनशिप पदक विजेता थापा (63.5 किग्रा) के साथ पूर्व एशियाई चैम्पियन संजीत (92 किग्रा) से भी काफी उम्मीदें लगी होंगी।

सुपर हैवीवेट मुक्केबाज नरेंद्र बेरवाल (+92 किग्रा) भी प्रबल दावेदार हैं। वह एशियाई महाद्वीप के मुक्केबाजों के लिए पहली क्वालीफाइंग प्रतियोगिता एशियाड में सभी भारतीय पुरुष मुक्केबाजों के बीच कोटा हासिल करने के सबसे करीब पहुंचे।

महिलाओं में जैस्मीन लम्बोरिया को महिलाओं के 60 किग्रा वर्ग में कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलेगी।

पूर्व युवा विश्व चैम्पियन अंकुशिता बोरो (66 किग्रा) को अरुंधति चौधरी की जगह मौका दिया गया है।

दो बार की विश्व चैम्पियन निकहत जरीन (50 किग्रा), प्रीति पवार (54 किग्रा), परवीन हुडा (57 किग्रा) और तोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा) पहले ही पेरिस के लिए कोटा हासिल कर चुकी हैं।

हालांकि मुक्केबाजों को थाईलैंड में मई-जून में अंतिम क्वालीफाइंग प्रतियोगिता से भी पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मौका मिलेगा।

मुक्केबाजों का दल :

महिला: जैस्मीन लम्बोरिया (60 किग्रा), अंकुशिता बोरो (66 किग्रा)।

पुरुष: दीपक भोरिया (51 किग्रा), मोहम्मद हुसामुद्दीन (57 किग्रा), शिव थापा (63.5 किग्रा), निशांत देव (71 किग्रा), लक्ष्य चाहर (80 किग्रा), संजीत (92 किग्रा), नरेंद्र बेरवाल (+92 किग्रा)।

पेरिस ओलंपिक पर नजरें, अमेरिका के खिलाफ अभियान का आगाज करेगी भारतीय महिला हॉकी टीम

एशियाई खेलों में तीसरे स्थान पर रहने की निराशा से उबरते हुए भारतीय महिला हॉकी टीम एफआईएच ओलंपिक क्वालीफायर में शनिवार को अमेरिका के खिलाफ अपने अभियान का आगाज करेगी तो उसकी नजरें अपने मैदान पर खेलने का फायदा उठाते हुए पेरिस का टिकट कटाने पर लगी होंगी ।

मेजबान भारत, जर्मनी, चेक गणराज्य, इटली, जापान, अमेरिका, चिली और न्यूजीलैंड यहां पेरिस ओलंपिक क्वालीफायर में खेलेंगे । पेरिस ओलंपिक 26 जुलाई से 11 अगस्त के बीच खेले जायेंगे ।

दुनिया की पांचवें नंबर की टीम जर्मनी को सर्वोच्च रैंकिंग मिली है जबकि भारत छठे स्थान पर है ।

न्यूजीलैंड रैंकिंग में नौवे स्थान पर है जबकि जापान 11वें, चिली 14वें, अमेरिका 15वें, इटली 19वें और चेक गणराज्य 25वें स्थान पर है ।

भारत को पूल बी में न्यूजीलैंड, इटली, अमेरिका के साथ रखा गया है । वहीं जर्मनी, पूर्व एशियाई चैम्पियन जापान, चिली और चेक गणराज्य पूल ए में हैं ।

अमेरिका के बाद भारत को 14 जनवरी को न्यूजीलैंड और 16 जनवरी को इटली से खेलना है । सेमीफाइनल 18 जनवरी को और फाइनल 19 जनवरी को होगा ।

भारत और अमेरिका ने 1983 के बाद से एक दूसरे के खिलाफ 15 बार खेला है जिसमें से नौ बार अमेरिका ने जीत दर्ज की जबकि भारत चार ही बार जीत सका और दो मैच ड्रॉ रहे । रैंकिंग में नीचे होने के बावजूद अमेरिकी टीम खतरनाक साबित हो सकती है ।

भारत की मुख्य कोच यानेके शॉपमैन ने टूर्नामेंट से पूर्व प्रेस कांफ्रेंस में कहा ,‘‘ हम एशियाई खेलों के जरिये ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने से चूक गए लेकिन अब वह बीती बात है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ हमें इस टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन का यकीन है । हमें पहले से बेहतर प्रदर्शन करना होगा और अगर ऐसा कर सके तो हम ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर पायेंगे ।’’

टूर्नामेंट से नौ दिन पहले भारत की अनुभवी स्ट्राइकर वंदना कटारिया अभ्यास के दौरान चेहरे की हड्डी में फ्रेक्चर के कारण बाहर हो गई । हाल ही में भारत के लिये 300 अंतरराष्ट्रीय मैच पूरे करने वाली वंदना फॉरवर्ड पंक्ति की धुरी थी । उनकी जगह बलजीत कौर ने ली ।

टीम को वंदना की कमी खलेगी जो एक दशक से भारतीय टीम का अभिन्न अंग रही है और रियो ओलंपिक से तोक्यो ओलंपिक तक सारे बड़े टूर्नामेंट खेले हैं । वह ओलंपिक में हैट्रिक लगाने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं ।

भारत को पेनल्टी कॉर्नर में भी सुधार करना होगा जो लंबे समय से समस्या रही है । टूर्नामेंट से ठीक पहले भारत के पूर्व ड्रैग फ्लिकर रूपिंदर पाल सिंह ने खिलाड़ियों को अभ्यास कराया है ।