राहुल की जुबान फिसली, भाजपा बोली: कांग्रेस नेता ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार स्वीकारी

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा के बाद सोमवार को जब इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे, तो उनकी जुबान फिसल गई, जिस पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव से पहले ही राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हार स्वीकार कर ली है।.

राहुल गांधी ने पार्टी की कार्य समिति बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के विधानसभा चुनावों का कार्यक्रम घोषित होने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘मध्य प्रदेश में सरकार जा रही है, राजस्थान में जा रही है, छत्तीसगढ़ में भी जा रही है….।

भाजपा ने जारी की 64 उम्मीदवारों की सूची, तीन सांसद और 11 विधायक शामिल

छत्तीसगढ़ के मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने राज्य विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को 64 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जिसमें पार्टी के तीन सांसद और 11 विधायक शामिल हैं ।

भाजपा ने इस सूची में बिरनपुर सांप्रदयिक हिंसा में मारे गए भूनेश्वर साहू के पिता ईश्वर साहू को भी चुनाव मैदान में उतारा है।

पार्टी ने सूची में 2018 के विधानसभा चुनाव में हारे हुए 13 नेताओं को फिर से जगह दी है।

भाजपा ने प्रदेश में सात और 17 नवंबर को दो चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए 64 उम्मीदवारों की दूसरी सूची सोमवार को जारी की।

राज्य के मुख्य विपक्षी दल ने मौजूदा विधायक डमरूधर पुजारी की टिकट काट दी है तथा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के विधायक धमरजीत सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है, सिंह हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं।

भाजपा ने दूसरी सूची में तीन सांसदों और दो पूर्व आईएएस अधिकारियों को शामिल किया है। सूची में 27 नए चेहरे और नौ महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं।

भाजपा ने जिन 64 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें से 19 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) और नौ सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं।

भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष और बिलासपुर से सांसद अरुण साव को लोरमी सीट से, सरगुजा से सांसद रेणुका सिंह को भरतपुर-सोनहत (एसटी) सीट से और रायगढ़ से सांसद गोमती साय को पत्थलगांव (एसटी) सीट से चुनाव मैदान में उतारा है।

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह अपने पारंपरिक राजनांदगांव सीट से चुनाव लड़ेंगे। वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता नारायण प्रसाद चंदेल को उनकी जांजगीर-चांपा सीट से फिर से टिकट दिया गया है।

पार्टी ने इसके साथ ही विधायक बृजमोहन अग्रवाल (रायपुर दक्षिण), पुन्नूलाल मोहिले (मुंगेली-एससी), ननकीराम कंवर (रामपुर-एसटी), धरमलाल कौशिक (बिल्हा), डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी (मस्तूरी-एससी), सौरभ सिंह (अकलतरा), शिवरतन शर्मा (भाटापारा), अजय चंद्राकर (कुरुद) और रंजना दीपेंद्र साहू (धमतरी) को फिर से चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की है।

भाजपा ने इस सूची में ऐसे चेहरों को भी स्थान दिया है जो वर्ष 2018 के चुनाव हार गए थे। इनमें श्याम बिहारी जायसवाल (मनेंद्रगढ़), भैयालाल राजवाड़े (बैकुंठपुर), रामदयाल उइके (पाली-तानाखार-एसटी), केदार कश्यप (नारायणपुर-एसटी), महेश गागड़ा (बीजापुर-एसटी), प्रेम प्रकाश पांडेय (भिलाई नगर), दयालदास बघेल (नवागढ़-एससी), राजेश मूणत (रायपुर पश्चिम), विक्रम उसेंडी (अंतागढ़-एसटी), अमर अग्रवाल (बिलासपुर) और संयोगिता सिंह जूदेव (चंद्रपुर) शामिल हैं।

पार्टी ने पूर्व आईएएस अधिकारी ओपी चौधरी को रायगढ़ सीट से उम्मीदवार बनाया है, जो खरसिया सीट से पिछला चुनाव हार गए थे। वहीं पार्टी ने 2018 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में असफल चुनाव लड़ने वाले संपत अग्रवाल को बसना सीट से उम्मीदवार बनाया है।

9 Years Of Modi: पूरे हुए PM मोदी के कार्यकाल के 9 साल..

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सरकार का ये दूसरा कार्यकाल चल रहा है। बता दें 26 मई 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार की कमान संभाली थी। वहीं इस वर्षों में मोदी सरकार ने कई ऐसे मुकाम हासिल किए और ये फैसले नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के लिए गेमचेंजर साबित हुए।

आपको बताए 2019 में आई मोदी सुनामी बीजेपी ने 303 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। ऐसे में नजर डालते हैं मोदी सरकार के कुछ बड़े फैसलों के बारे में। वहीं अब दो बार के कार्यकाल के बाद पीएम मोदी के सामने साल 2024 में आम चुनाव में हैट्रिक लगाने पर फोकस होगा।