नीतीश कुमार आज शाम करेंगे अपने मंत्रिमंडल का विस्तार

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दो महीने से भी कम पुरानी मंत्रिपरिषद का शुक्रवार शाम को को विस्तार होने की संभावना है।

उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में एक सूचना राजभवन को भेज दी गई है, जहां नए मंत्रियों के शाम करीब साढ़े छह बजे शपथ लेने की संभावना है।

सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सबसे बड़े घटक दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक दर्जन मंत्री पद के साथ सत्ता में बड़ी हिस्सेदारी मिलने की उम्मीद है।

जिन लोगों के मंत्री के रूप में शपथ लिए जाने की चर्चा है, उनमें पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के अलावा पूर्व मंत्री मंगल पांडेय और नीरज सिंह बबलू के नाम भी शामिल हैं।

जनवरी के अंत में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के प्रमुख और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजग में लौटने पर गठित हुए इस मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को भी शामिल किए जाने की संभावना है।

जदयू सूत्रों के मुताबिक पार्टी में मुख्यमंत्री के विश्वासपात्र अशोक चौधरी के अलावा रत्नेश सदा और लेशी सिंह जैसे नेताओं को फिर से मंत्रिमंडल में शामिल किए की संभावना है जो पिछली महागठबंधन सरकार में मंत्री थे।

जदयू के कितने नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान मिल सकता है, यह स्पष्ट नहीं है।

राज्य मंत्रिपरिषद में 30 से अधिक सदस्य हो सकते हैं, वर्तमान में मंत्रियों की कुल संख्या नौ है। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा समेत तीन भाजपा से मंत्री हैं जबकि मुख्यमंत्री समेत चार जदयू से मंत्री हैं।

इसके अलावा निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संतोष सुमन भी मंत्री हैं।

अवध बिहारी चौधरी को बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद से हटाया गया

Patna: Bihar Assembly Speaker Awadh Bihari Chaudhary arrives at Vidhan Bhawan on the first day of Budget session of State Assembly, in Patna, Monday, Feb. 12, 2024. Chaudhary was removed as Bihar Assembly Speaker after a no-confidence motion against him on Monday. (PTI Photo)(PTI02_12_2024_000113A)

बिहार विधानसभा ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता अवध बिहारी चौधरी को सदन के अध्यक्ष पद से हटाने का प्रस्ताव सोमवार को पारित कर दिया।

इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर बनाई गई अपनी नयी सरकार के लिए विश्वास मत हासिल करने के वास्ते सोमवार को विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया।

मुख्यमंत्री कुमार एक पखवाड़े पहले ‘महागठबंधन’ से अलग होकर भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में लौट गए थे। पूर्ववर्ती महागठबंधन सरकार का हिस्सा रहे राजद के नेता चौधरी ने अपनी पार्टी के सत्ता से बाहर होने के बाद अपना पद छोड़ने से इनकार कर दिया था।

राजग द्वारा अध्यक्ष के खिलाफ पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव को 243 सदस्यीय विधानसभा में 125 विधायकों का समर्थन मिला, जबकि 112 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया।

इससे पहले, अध्यक्ष की कुर्सी पर आसीन विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी ने अविश्वास प्रस्ताव को ध्वनि मत से पारित घोषित करना चाहा, लेकिन राजद के विरोध के बाद वे संख्या की गिनती करने पर सहमत हो गए।

सरकार के विश्वास मत हासिल करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सदन द्वारा नया अध्यक्ष चुने जाने की संभावना है।

बिहार: जिंदगी की जंग लड़ रहा है मासूम, पुल के पिलर में फंसा 11 साल का बच्चा

जिले के अतिमि गांव स्थित नासरीगंज-दाउदनगर सोन पुल के दो पिलरों के बीच एक 12 साल का बच्चा फंस गया। बता दें बच्चे को निकालने के लिए 20 – 22 घंटे से रेस्क्यू जारी है।

आपको बताए मामला नासरीगंज दाऊदनगर में स्थित सोन पुल का है। यहां एक 11 साल का बच्चा रंजन बुधवार सुबह से घर से गायब था। वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है। ये भी बता दें रंजन पिलर के अंदर पूरी तरह होश में है। पाइप के सहारे बच्चे को ऑक्सीजन पहुंचाया जा रहा है।