पंजाब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने शुक्रवार को कॉन्फ्रेंस की, सीएम चन्नी ने कहा कि किसानों का 2 लाख रुपये तक का कर्ज माफ किया जाएगा। सीएम चन्नी ने कहा कि लगभग दो लाख परिवार हैं, जिन पर 2 हजार करोड़ रुपये सरकार खर्च करेगी। इससे पांच एकड़ तक के जमीन मालिकों के दो लाख तक कर्ज पूरी तरह माफ हो जाएंगे। चन्नी सरकार के मुताबिक जमीन गिरवी रखने वाले बैंकों का भी दो लाख तक का कर्ज माफ होगा। पंजाब सरकार जनरल कैटेगरी कमिशन बना रहा है, जिसको कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है।
राज्य सरकार पहले ही 5.63 लाख किसानों का 4,610 करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर चुकी है। इनमें से 1.34 लाख छोटे किसानों को 980 करोड़ रुपये की राहत मिली, जबकि 4.29 लाख सीमांत किसानों को 3,630 करोड़ रुपये की कर्ज माफी का फायदा मिला है। संयुक्त किसान मोर्चा की एक और बड़ी मांग को स्वीकार करते हुए सीएम चन्नी ने पंजाब पुलिस द्वारा उन किसानों के खिलाफ दर्ज सभी प्राथमिकी 31 दिसंबर तक रद्द करने की भी घोषणा की, जिन्होंने राज्य में काले कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध किया था।
वहीं दूसरी ओर पंजाब सरकार के खिलाफ किसानों ने अपनी बाकी बची मांगों को लेकर आंदोलन छेड़ रखा है। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) का हिस्सा रहे कई संगठन अलग अलग तरीकों से पंजाब सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं। किसान मजदूर संघर्ष समिति ने रेल रोको आंदोलन शुरू कर रखा है, जबकि भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) की ओर से जिला सचिवालयों के बाहर धरने लगाए गए हैं। हालांकि पंजाब के 32 किसान संगठन के सदस्यों ने गुरुवार को सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात की थी।
किसान पूर्ण कर्ज माफी, कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर चले आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा देने और उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।