पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एस.गुरमीत सिंह खुदियां ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और उस पर देश भर में कृषि समुदायों की मांगों और महत्वपूर्ण मुद्दों पर आंखें मूंदने का आरोप लगाया।
उन्होंने चल रहे किसान विरोध प्रदर्शनों के प्रति भाजपा सरकारों की उदासीनता की भी कड़ी निंदा की और इसे अपमानजनक और अलोकतांत्रिक बताया।
यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में, गुरमीत सिंह खुदियां ने किसानों से किए गए महत्वपूर्ण वादों को पूरा करने में विफल रहने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की।
जिसमें उनकी आय दोगुनी करना, स्वामीनाथन फार्मूले पर सभी उपज की खरीद सुनिश्चित करने के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी और ऋण माफी शामिल है।
उन्होंने केंद्र सरकार से किसानों की चिंताओं को तुरंत दूर करने, वादा किए गए सुधारों को लागू करने और देश की खाद्य सुरक्षा और ग्रामीण समृद्धि के लिए उनकी भलाई को प्राथमिकता देने का भी आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि आगे के संकट को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने कहा कि अपनी जायज मांगों के लिए राष्ट्रीय राजधानी में किसानों के शांतिपूर्ण मार्च को रोकने का प्रयास किया जा रहा है।
कृषि मंत्री ने पुलिस को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार की आलोचना की।
कृषि मंत्री ने कहा कि किसान हमारे देश की रीढ़ हैं और उनकी निराशा हमारे देश पर खराब असर डालती है। किसान देश के नागरिक हैं, जो हरित क्रांति लाए हैं और देश के खाद्य भंडार को भर दिया है।
उन्हें राष्ट्रवादी साबित करने की जरूरत नहीं है और उन्हें लोकतांत्रिक देश में अपनी वास्तविक मांगों को उठाने के लिए शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का पूरा अधिकार है।
एस.गुरमीत सिंह खुदियां ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों से किए गए अपने वादों को आसानी से भूल गई है और उन्हें भारी चुनौतियों से जूझने के लिए छोड़ दिया है। यह घोर उपेक्षा अस्वीकार्य और टिकाऊ नहीं है।
किसानों की दुर्दशा पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि देश का ‘अन्नदाता’ बढ़ती इनपुट लागत, अस्थिर बाजार कीमतों से जूझ रहा है और केंद्र सरकार से अपर्याप्त समर्थन उनकी आजीविका को खतरे में डाल रहा है और कृषि क्षेत्र को खतरे में डाल रहा है।
स.गुरमीत सिंह खुड़ियां ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार अपने किसानों के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने हरियाणा सरकार से किसानों के साथ सौतेला व्यवहार बंद करने का भी आग्रह किया।