पहले चरण के मतदान के बाद राजनीति अपने चरम पर पहुंच गई है. सियासी गलियों में मंगलसूत्र से लेकर विरासत टैक्स की चर्चा जोरो पर है. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा था कि कांग्रेस लोगों की मेहनत की कमाई और संपत्तियों को घुसपैठियों को सौंप देगी. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की सोच अर्बन नक्सल जैसी है.
मेरी माताओं और बहनों वह आपका मंगलसूत्र भी नहीं छोड़ेंगे, वे यहां तक जाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान के बाद कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दल पीएम पर हमलावर हो गई. कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर झूठ बोलने का आरोप लगाया. तो वहीं भाजपा ने 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का एक वीडियो सार्वजानिक करके कांग्रेस पर निशाना साधा.
प्रियंका गांधी ने किया था पलटवार
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री मंगलसूत्र का महत्व समझते तो ऐसी बातें नहीं करते. 55 साल क्या कांग्रेस ने किसी का सोना या मंगलसूत्र छीना? जब देश युद्ध लड़ रहा था, इंदिरा जी ने अपने गहने देश को दे दिए थे. मेरी मां का मंगलसूत्र इस देश के लिए कुर्बान हुआ.’
सैम पित्रोदा ने किया था विरासत टैक्स का जिक्र
अब इस विवाद में कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने एक नया मोड़ दे दिया है. दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने बीते दिनों एक बयान में कहा था कि अगर चुनाव बाद उनकी सरकार सत्ता में आई तो एक सर्वे कराया जाएगा और पता लगाया जाएगा कि किसके पास कितनी संपत्ति है. उनके इस बयान के बारे में जब सैम पित्रोदा से पूछा गया तो उन्होंने अमेरिका में लगने वाले विरासत टैक्स का जिक्र किया.
पित्रोदा ने कहा कि अमेरिका में विरासत टैक्स लगता है. अगर किसी शख्स के पास 10 करोड़ डॉलर की संपत्ति है. उसके मरने के बाद 45 फीसदी संपत्ति उसके बच्चों को ट्रांसफर हो जाती है जबकि 55 फीसदी संपत्ति पर सरकार का मालिकाना हक हो जाता है. हालांकि, सैम के इस बयान के बाद कांग्रेस बचाव के मूड में आ गई. मेल खाते हो.
भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर बोला हमला
हालांकि, सैम पित्रोदा का बयान सामने आते ही भाजपा कांग्रेस पर हमलावर हो गई. मालवीय ने ट्वीट किया, “कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने का फ़ैसला किया है. सैम पित्रोदा संपत्ति का पुनर्वितरण करने के लिए 50 फ़ीसदी इनहेरिटेंस टैक्स की वकालत कर रहे हैं.” इसका मतलब है कि जो कुछ भी आपने अपनी कड़ी मेहनत से बनाया है उसका 50 फ़ीसदी छीन लिया जाएगा. कांग्रेस अगर आती है तो इसके बावजूद कि हमने कितना भी टैक्स दिया है 50 फ़ीसदी चला जाएगा. इन सब के बीच प्रधानमंत्री इस मुद्दे को हवा देने में लगे हैं. अब देखना यह होगा कि ये मुद्दा कब तक और कहां तक जा पता है.