अयोध्या में राम लला मंदिर के पुजारियों के चुनाव के लिया हुआ इंटरव्यू, 3 हजार लोगों ने किया आवेदन

रामलला मंदिर के पुजारी चुनने के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया मंगलवार को फिर से शुरू हुई। वेदों का ज्ञान रखने वाले युवा पुजारियों को शास्त्रों और तरह-तरह के अनुष्ठानों के बारे में उनकी जानकारी जानने के लिए बुलाया गया।

चयन प्रक्रिया में मदद के लिए राम मंदिर ट्रस्ट ने ‘पूजन पद्धति’ या ‘पूजा पद्धति’ समिति बनाई है। समिति में शास्त्रों में पारंगत विद्वान शामिल हैं।

राम मंदिर ट्रस्ट और पूजन पद्धति समिति के सदस्य महंत मिथिलेश नंदनी शरण ने कहा कि “ये जांचने और पहचाने का प्रयास किया जाएगा कि जिन्हें हम प्रशिक्षित करने की तैयारी हम कर रहे हैं, वो रामलला की सेवा के अनुरूप हों और उनकी मर्यादा और धर्मशास्त्रों की मर्यादा रख सकें और विशाल भारत और दुनियाभर से जो वहां दर्शन करने आएंगे वो रामलला के साथ साथ उनके आचरणों को देख करके उनके आचार व्यवहार को देख करके भी प्रेरणा और संस्कार प्राप्त करें।”

बता दें कि कुल तीन हजार युवा पुजारियों ने 20 अर्चकों के पद के लिए आवेदन किया है।

आवेदन करने वाले शिवकुमार दुबे ने कहा की- “अर्चकों प्रशिक्षक में फॉर्म डाला गया था जिसमें एसएमएस के माध्यम से सूचना मिली कि 28 तारीख को हमारा प्रशिक्षण है। तो यहां पर आए रामजन्म भूमि पर बहुत अच्छा लगा और ऊपर महाराज जी लोग हैं जिन्होंने हमलोगों का इंटरव्यू लिया। संध्या के बारे में पूछा वेद मंत्रों के बारे में पूछा और जितनी जो पढ़ाई की उसके बारे में पूछा उन्होंने।”

आपको बता दें कि मंदिर ट्रस्ट के अनुसार अर्चक के रूप में नियुक्त किए जाने वाले पुजारियों को शास्त्रों का ज्ञान होना चाहिए। साथ ही मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अनुष्ठान करने का सही तरीका भी आना चाहिए।

चुने गए पुजारियों को छह महीने की ट्रेनिंग मिलेगी, इस दौरान उन्हें मुफ्त आवास की सुविधा दी जाएगी। ट्रेनिंग के दौरान उन्हें मानदेय भी दिया जाएगा।