भारत के सभी क्षेत्रों में विश्व गुरु बनने का प्रयास करना चाहिए: संस्कृति राज्य मंत्री

केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोमवार को कहा कि अगर भारत को एक विकसित देश बनना है, तो उसे पुरातत्व सहित सभी क्षेत्रों में विश्व गुरू बनने का प्रयास करना चाहिए।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का मिशन “विरासत भी, विकास भी” है।

भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) के 134वें स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब बुजुर्गों और पुराने अभिलेखीय संसाधनों के प्रति सामाजिक दृष्टिकोण की बात आती है तो कार्य संस्कृति को बदलने की आवश्यकता दिखती है।

संस्कृति राज्य मंत्री ने मजाकिया लहजे में कहा कि कई सेवानिवृत्त लोगों के अनुसार उनके बच्चे उनसे कहते हैं कि “वे बूढ़े हो गए हैं और अभिलेखागार में रखे जाने लायक हैं।”

उन्होंने कहा “कार्य संस्कृति को बदलने की जरूरत है… बुजुर्ग देश की विरासत का हिस्सा हैं।”

मेघवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण से प्रेरित केंद्र सरकार “विरासत भी, विकास भी” की बात करती है।

मंत्री ने कहा, “हमारा मिशन ‘विरासत भी, विकास भी’ है।”

मेघवाल ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर आधारित एक डिजिटल प्रदर्शनी “सुभाष अभिनंदन” का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी राष्ट्रीय अभिलेखागार में उपलब्ध दस्तावेजों पर आधारित है।