हरियाणा कांग्रेस जल्द करेगी प्रत्याशियों के नाम फाइनल, करनाल सीट बन रही है कांग्रेस के लिए चुनौती

हरियाणा कांग्रेस जल्द करेगी प्रत्याशियों के नाम फाइनल, करनाल सीट बन रही है कांग्रेस के लिए चुनौती

चन्द्र शेखर धरणी, चंडीगढ़:

हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस ने प्रत्याशी चिह्नित कर लिए हैं। सुबह और शाम को 2 चरणों में हुई राज्य स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में प्रत्येक सीट पर एक-एक नाम का पैनल तैयार कर लिया गया है।

पहले चरण में एकल नाम का पैनल तैयार करने में स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों के बीच सहमति नहीं बनी, लेकिन दूसरे चरण की बैठक में आम सहमति से पैनल तैयार कर लिए गए हैं। इस पर शनिवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चर्चा होने की संभावना है।

चर्चा के बाद प्रत्याशियों का एलान

हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया ने संभावना जताई कि शनिवार देर रात तक केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में चर्चा के बाद प्रदेश की सभी नौ लोकसभा सीटों के उम्मीदवार घोषित किए जा सकते हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। दीपेंद्र सिंह हुड्डा का रोहतक से लोकसभा चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है।

हालांकि, स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक से पहले कांग्रेस के प्लेटफॉर्म पर यह चर्चा चलती रही कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व अपनी राज्यसभा की एक सीट खोना नहीं चाहेगा।

कांग्रेस प्रभारी ने संकेत दिए कि नौ लोकसभा सीटों में से दो पर महिला उम्मीदवार भी उतारी जा सकती हैं। एक लोकसभा सीट कुरुक्षेत्र आम आदमी पार्टी के खाते में जा चुकी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा का लोकसभा चुनाव लड़ना तय है।

सैलजा अंबाला से लड़ेंगी चुनाव?

सैलजा को कांग्रेस के कुछ नेता अंबाला से चुनाव लड़वाना चाहते थे, मगर सैलजा ने सिरसा में रुचि दिखाई। माना जा रहा है कि सैलजा का सिरसा से टिकट लगभग तय है।

स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के पहले चरण में फरीदाबाद और भिवानी लोकसभा सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के नाम को लेकर पेच फंस गया था।

विभिन्न स्रोत से मिले फीडबैक के आधार पर स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन भक्त चरण दास पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह का नाम पैनल में डालने के पक्ष में थे, लेकिन हुड्डा गुट की ओर से पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल का नाम आगे किया गया था।

भिवानी में राव की वजह से फंसा था पेच

भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस नेतृत्व पूर्व सांसद श्रुति चौधरी को टिकट देने के पक्ष में था, लेकिन हुड्डा गुट ने यहां पूर्व सीपीएस एवं महेंद्रगढ़ के विधायक राव दान सिंह का नाम आगे किया। इन दोनों सीटों पर फंसे पेच की वजह से बाकी सीटों पर चर्चा नहीं हो सकी।

शाम को हुई दूसरे दौर की बैठक में लगभग सभी सीटों पर सहमति बना ली गई। फरीदाबाद से पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह, अंबाला से विधायक वरुण मुलाना, भिवानी-महेंद्रगढ़ से श्रुति चौधरी, हिसार से बृजेंद्र सिंह, रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा के नाम तय माने जा रहे हैं।

गुरुग्राम में राज बब्बर को टिकट दिया जा सकता है, लेकिन यहां पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव के नाम पर भी चर्चा हुई है। भिवानी में विधायक राव दान सिंह के नाम पर भी चर्चा होने की सूचना है।

करनाल सीट बन रही कांग्रेस के लिए चुनौती

करनाल सीट कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बन रही है। यहां एनसीपी नेता मराठा वीरेंद्र वर्मा को टिकट मिलना संभव है।

लेकिन कांग्रेस के नेशनल सेक्रेटरी वीरेंद्र सिंह राठौर व पानीपत निवासी बुल्ले शाह के नामों पर भी चर्चा हुई है। सोनीपत में सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट दिया जा सकता है। यहां पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा के नाम पर भी चर्चा हुई है।