लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन और शरद पवार को बड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने एनसीपी पार्टी का अधिकार और चुनाव चिन्ह अजीत पवार के नाम कर दिया है।
चुनाव आयोग ने कहा कि तमाम सबूतों के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है। साथ ही चुनाव आयोग का कहना है कि अजीत पवार गुट को चुनाव आयोग ने कहा कि तमाम सबूतों के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है।
बता दें, 6 महीने से अधिक समय तक चली 10 से अधिक बैठकों के बाद चुनाव आयोग ने यह फैसला सुनाया। हालांकि, शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने चुनाव आयोग के फैसले के विरुद्ध सुप्रीम कोर्ट में जाने का एलान किया है।
गौरतलब है कि पिछले साल अजीत पवार ने बगावत करते हुए एनसीपी के 2 टुकड़े कर दिए थे और शिंदे सरकार को समर्थन दे दिया था।