दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के समय न करें ये गलतियां, लक्ष्मी मां होती है रुष्ट

दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के समय न करें ये गलतियां, लक्ष्मी मां होती है रुष्ट

आज पूरे भारतवर्ष में दीपावली का त्यौहार पूरी धूम-धाम से मनाया जाएगा। दीपावली पर्व की शुरुआत 10 नवंबर 2023, धनतेरस के पर्व से शुरू हो गई थी, जो 15 नवंबर 2023, यानी भाई दूज तक चलेगा।

दीपावली को दीपों का त्यौहार भी कहा जाता है। दीपावली के दिन सूर्य और चंद्रमा की ऊर्जा धरती पर नहीं होती है, इसलिए पूरी मानव सभ्यता सकल ऊर्जा की प्राप्ति के लिए दीपों के माध्यम से ऊष्मा को प्राप्त करती है।

दीपावली हर साल कार्तिक कृष्ण की अमावस्या तिथि पर मनाई जाती है। इस साल दीपावली 12 नवंबर को है। दीपवाली को रात में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। मां लक्ष्मी धन की देवी हैं।

लक्ष्मी माता की कृपा से ही जीवन में धन और भौतिक सुख-सुविधाएं प्राप्त होती हैं। कहा जाता है कि जहां लक्ष्मी जी का वास होता है, वहां सुख-समृद्धि का वास होता है। इसलिए सच्चे मन के साथ दिवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए।

लक्ष्मी पूजन के दौरान कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना भी आवश्यक होता है। पूजन के दौरान आपकी एक गलती से मां लक्ष्मी आपसे रुष्ट भी सकती हैं। तो आइये जानते हैं दिवाली की रात पूजा के दौरान कौन सी गलती करने से बचना चाहिए:

ना करें ये गलतियां

दिवाली की रात लक्ष्मी पूजन के समय भूलकर भी फटे-पुराने कपड़े नहीं पहनने चाहिए। फटे हुए वस्त्र दरिद्रता का प्रतीक माने गए हैं। साथ ही पूजा के समय वस्त्र के रंगों का भी पूरा ध्यान रखें। लक्ष्मी पूजन के समय काले रंग के वस्त्र पहनना निषेध है।

अक्सर लोग लक्ष्मी पूजन और आरती के समय ताली बजाते हैं। लेकिन दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के समय ताली नहीं बजानी चाहिए। साथ ही आरती भी बहुत तेज आवाज में नहीं करनी चाहिए। ऐसी मान्यता है कि मां लक्ष्मी शोर से घृणा करती हैं।

माता लक्ष्मी को शांति प्रिय हैं, इसलिए इस दिन पूजा के दौरान शोर न मचाएं और ताली भी न बजाएं। साथ ही दिवाली के दिन परिवार के सदस्यों के बीच झगड़ा नहीं होना चाहिए। इसके अलावा इस दिन किसी भी व्यक्ति का अपमान भी नहीं करना चाहिए।

वहीं दिवाली के दिन घर में कोई भी पुराना और कबाड़ सामान न रखें। इसे अशुभ माना जाता है। खराब घड़ी, टूटे बोतल, शीशा, फटे-पुराने कपड़े, अन्य कबाड़ के समान जिन्हें आप सालों से इस्तेमाल नहीं करते हैं, उन्हें दिवाली से पहले दिन घर से निकाल दें।

इसके अलावा पूजा के बाद पूजा स्थल को खाली या अंधेरा करके न छोड़ें। ध्यान रखें कि यहां रात भर दीपक जलता रहे, इसके लिए पर्याप्त मात्रा में दीपक में घी का इस्तेमाल करें।