सोनिया गांधी ने क्यों चुना राज्यसभा का रास्ता?, जानें 10 जनपथ से क्या है कनेक्शन

सोनिया गांधी ने क्यों चुना राज्यसभा का रास्ता?, जानें 10 जनपथ से क्या है कनेक्शन

1998 में राजनीति में आई सोनिया गांधी अब तक लोकसभा का चुनाव ही लड़ती रही हैं। लेकिन पहली बार उन्होंने उच्च सदन का रुख किया है।

सोनिया गांधी ने 25 साल बाद अब राज्यसभा के जरिए संसदीय राजनीति करेंगी। बता दें कि सोनिया ने राजस्थान से राज्यसभा के लिए नामांकन भी कर दिया है।

विधायकों की संख्या के लिहाज से उनकी जीत तय मानी जा रही है। लेकिन सवाल ये है की लोकसभा छोड़ सोनिया राज्यसभा का चुनाव क्यों लड़ रही हैं? तो इस पर दो तरह की चर्चा है।

पहला सोनिया गांधी बीमार हैं और लोकसभा का चुनाव लड़ने में सक्षम नहीं है। इसलिए उन्होंने राज्यसभा का रुख किया। पिछले 5 साल से रायबरेली में भी सोनिया सक्रिय नहीं रही हैं। उन्होंने पत्र लिखकर भी इसका जिक्र किया है।

दुसरा 10 जनपथ का सरकारी बंगला भी सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने का एक मुख्य कारण है। कांग्रेस के एक वर्ग का मानना था कि बंगला बचाने के लिए सोनिया का राज्यसभा जाना जरूरी है। सोनिया के अलावा गांधी परिवार के किसी नेता को यह बंगला नहीं मिल सकता है।

बता दें कि 10 जनपथ टाइप 8 प्रकार का बंगला है। ये दिल्ली के लुटियंस जोन में स्थित सरकारी बंगलों की सबसे हाई कैटेगरी है। इस कैटेगरी में कैबिनेट मंत्रियों, सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस, पूर्व प्रधानमंत्रियों को बंगला दिया जाता है।

10 जनपथ का कुल क्षेत्रफल 15 हजार 181 वर्गमीटर है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरकारी आवास 7, लोक कल्याण मार्ग का एरिया 14 हजार 101 वर्गमीटर है।

10 जनपथ में 5 बेडरूम, 1 हॉल, 1 बड़ा डायनिंग रूम, एक स्टडी रूम, कैंपस में बैठने की जगह, गार्डन और सर्वेंट क्वार्टर हैं। बता दें कि 12 जनवरी 1990 में राजीव गांधी और सोनिया गांधी 10 जनपथ में रहने आए थे।

एक साल बाद 21 मई 1991 में तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बुदूर में आत्मघाती हमले में राजीव गांधी की मौत हो गई। राजीव के बाद 1991 में ही इस बंगले को सोनिया गांधी के नाम पर ट्रांसफर कर अलॉट कर दिया गया। तब से यह सोनिया गांधी के घर का पता बना हुआ है।