‘मैं पंजाब बोलदा हां’ डिबेट में इन 10 बड़े मुद्दों पर बोले सीएम मान

बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों और उद्योगपतियों ने की 'मैं पंजाब बोलदा हां' बहस की सराहना

आज (1 नवंबर) पंजाब दिवस के मौके पर लुधियाना में AAP सरकार ने ओपन डिबेट का आयोजन करवाया। ‘मैं पंजाब बोलदा हां’ के नाम से इस डिबेट में राज्य की सभी बड़ी पार्टियों को न्योता दिया गया था।

लेकिन पंजाब में आम आदमी पार्टी द्वारा आयोजित करवाई गई महा डिबेट में विपक्ष से कोई भी नेता नहीं पहुंचा। मंच पर पांच कुर्सियां लगाई गई थीं लेकिन विरोधी नेताओं की कुर्सियां खाली रही।

इस डिबेट में अकेले पंजाब के सीएम भगवंत मान ने हिस्सा लिया। पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने सीएम का बुके देकर डिबेट शो में स्वागत किया था।

'मैं पंजाब बोलदा हां' डिबेट में इन 10 बड़े मुद्दों पर बोले सीएम मान

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने संबोधन शुरू करते हुए कहा कि पंजाब दिवस के दिन आज एक नई रवायत की शुरुआत हो रही है। आज की डिबेट बहुत गंभीर मुद्दों पर है। अच्छा होता मेरे साथी यहां आते।

वें पिछले 25-30 दिनो से ना आने के बहाने लगा रहे थे। जब मैंने पंजाब के मुद्दो को लेकर खुली डिबेट के लिए ट्वीट किया, तो वो लगभग तब ही मुकर गए थे।

यह पहली बार हुआ है जब पंजाब की सत्ता में रहने वाली पार्टी ने उनसे सवाल पूछा है। इस डिबेट के लिए भी न्योता देना जिगर वाले का काम था। उन्हे आना चाहिए था।

ये हैं डिबेट के 10 बड़े मुद्दे:

  1. डिबेट में भगवंत मान ने SYL को लेकर कहा कि बाकी सूबों के लिए अन्तर स्टेट रिवर वाटर एक्ट 1956 है। जबकि पंजाब के लिए पंजाब पुनर्गठन एक्ट 1966 लाया गया, जो पंजाब के साथ धक्का है। 16 नवंबर 1976 को पंजाब सरकार की और से SYL के निर्माण को लेकर 1 करोड़ का चेक लिया गया। उसके बाद भी प्रकाश सिंह बादल ने उन्हें SYL निर्माण के लिए नहीं लगाया। इसके बाद अकाली दल की सरकार ने 1979 में डेढ़ करोड़ का चेक फिर से ले लिया। प्रकाश सिंह बादल ने जमीन अधिग्रहित करने के लिए पत्र जारी किया गया। उसके बाद हरियाणा के तत्कालीन सीएम देवी लाल ने हरियाणा विधान सभा में स्टेटमेंट दी। अंदर तो यह बातें चल रही थी और बाहर पंजाबियों को कुर्बानियों के लिए तैयार रहने को कहा जा रहा था। 3 बार ऐसे मौके आए जब SYL का हल निकल सकता था। क्योंकि इस दौरान पंजाब हरियाणा और दिल्ली में एक ही पार्टी की सरकार थी। 2004 में कैप्टन अमरिंदर सिंह वाटर टर्मिनेशन एक्ट लेकर आए। उसके बाद अपनी ही सरकार का एक्ट राष्ट्रपति के पास भेज दिया गया। जहां से इसे सुप्रीम कोर्ट सलाह के लिए भेज दिया गया। आम आदमी पार्टी की सरकार को 3 बार सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा। हमने कोई हलफनामा दायर नहीं किया। मुझसे बैठक के दौरान इसका अल्टरनेटिव पूछा गया। मैंने SYL की जगह इसे यमुना-सतलुज लिंक करने की सलाह दी। विरोधी पार्टियों के पास सवालों के जवाब नही है शायद इसलिए वें इस डिबेट में नहीं आए।
  2. सीएम भगवंत मान ने टोल प्लाजा पर बात करते हुए कहा कि पंजाब में सबसे अधिक टोल प्लाजा तब बने जब बाजवा साहिब पीडब्ल्यूडी मंत्री थे। हम अब तक 14 टोल प्लाजा बंद कर चुके है।
  3. पंजाब के कर्ज को लेकर सीएम ने कहा की 1997 में 13 हजार करोड़ कर्ज था। जबकि 2012 में 83 हजार करोड़ कर्ज था। जबकि इसके बाद अकाली दल की सरकार में 2017 में 1 लाख 82 हजार करोड़ का कर्ज। उसके बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार के समय 2 लाख 81 हजार करोड़ का कर्ज पंजाब पर था। 10 साल में 2 लाख करोड़ का कर्ज पंजाब पर चढ़ा।
  4. बिजली पर बोलते हुए सीएम ने कहा कि बिजली बोर्ड की सब्सिडी आम आदमी पार्टी की सरकार ने दी। जबकि लोगों को फ्री बिजली भी दे रहे है। पंजाब को इस बात का दुख है कि इसे इसके अपनों ने लूटा है।
  5. मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पूर्व सरकारों से तुलना में अपने कार्यकाल में हुई राजस्व में बढ़ौतरी के आंकड़े रखे। मान ने कहा कि हमारी सरकार में राजस्व में भी बढ़ोतरी हुई है। हमने अपने अब तक के कार्यकाल में 37946 सरकारी नौकरियां दी हैं।
  6. इसके अलावा सीएम ने इन्वेस्ट पंजाब को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा इन्वेस्ट पंजाब के लिए मैं देश में अलग-अलग जगह गया। हमारे पिछले 18 माह के कार्यकाल में 56700 करोड़ से अधिक के प्रोजेक्ट आए। जिनमे मुख्य तौर पर टाटा स्टील ,सनातन टैक्सटाइल जैसी कंपनियां है।
  7. सरकारी स्कूलों पर सीएम ने कहा कि हमने सरकारी स्कूलों में बच्चों के लिए बसों का प्रबंध किया। सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल को ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर और हेड मास्टर्स को अहमदाबाद भेजा। हमारे सरकारी स्कूल के बच्चो ने चंद्रयान की लाइव लैंडिंग देखी। स्कूल ऑफ एमिनेंस में शानदार पढ़ाई हो रही है। पंजाब में पंजाबी भाषा को प्रफुल्लित करने के लिए प्रयास किए गए।
  8. शहीद हुए सैनिकों के परिवार पर बात करते हुए सीएम ने कहा कि हमने सेना में शहीद हुए जवानों के परिवारों को एक करोड़ रुपए की सम्मान राशि देनी शुरू की।
  9. सीएम ने आगे कहा कि हम सड़क हादसों को नियंत्रित करने के लिए सड़क सुरक्षा फोर्स का गठन कर रहे है। जिन्हें लेटेस्ट गाडियां और इक्विपमेंट्स मुहैया करवाए गए है। जो जल्द सड़कों पर देखने को मिलेंगे।
  10. भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में अगर ड्रग्स खत्म करनी है तो इसके खरीदार खत्म करने होंगे। हमने 40 हजार स्कूली बच्चो को ड्रग्स के खिलाफ शपथ दिलवाई। जो बच्चे ड्रग्स में पड़ चुके है, उनका इलाज करके उन्हे रोजगार देना होगा।

इस डिबेट के बाद पंजाब के सीएम भगवंत मान ने अपन एक्स हैंडल पर एक ट्वीट भी किया। जिसमें उन्होंने लिखा पंजाब और पंजाबियों को किसने, कब और कैसे धोखा दिया..कौन दर्दी है और कौन गद्दार? सारे पाप माफ…

कुर्सियों के लालची लोगों की कुर्सियां ​​आज पूरे पंजाब के सामने खाली पड़ी हैं। पंजाब के लिए उनके इरादे भी खोखले हैं। SYL समेत हर मुद्दा जनता के सामने है। पंजाब के साढ़े तीन करोड़ लोग अब खुद फैसला करेंगे।