CM भगवंत सिंह मान के निर्देशों अनुसार पंजाब पुलिस राज्य की सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए वचनबद्ध

मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों अनुसार राज्य में सड़क सुरक्षा को बढ़ाने और ट्रैफ़िक प्रबंधन को और बेहतर बनाने के उद्देश्य के साथ एक और कदम उठाते हुये पंजाब पुलिस के ट्रैफ़िक विंग ने चार प्रसिद्ध संस्थाओं के साथ ऐमओयू (समझौता) सहीबद्ध किया है जिससे राज्य भर में और सुरक्षित और ज्यादा कुशल यातायात नैटवर्क को यकीनी बनाया जा सके।

एस. ए. एस. नगर के पंजाब रोड सेफ्टी एंड ट्रैफ़िक रिर्सच सैंटर में एक महत्वपूर्ण समागम के दौरान अतिरिक्त डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस ( ए. डी. जी. पी.) ट्रैफ़िक ए. एस. राए के नेतृत्व अधीन प्रमुख कंपनियाँ जिनमें मेप माई इंडिया, पंजाब आधारित सेफ सोसायटी, गुरूग्राम स्थित इंटोजी टेक प्राईवेट लिमटिड और जयपुर स्थित मुस्कान फाउंडेशन शामिल हैं, के साथ ऐमओयू सहीबद्ध किये गए। इस मौके पर मेप माई इंडिया के सीईओ-कम-कार्यकारी निर्देशक रोहन वर्मा, सेफ सोसायटी के चेयरपरसन रुपिन्दर सिंह, मुस्कान फाउंडेशन के ट्रस्टी शांतनू बसीन और इंटोज़ी के संस्थापक और सीईओ नरेश कुमार उपस्थित थे।

यह अमल सड़क सुरक्षा और प्रभावशाली ढंग से अपराधियों को काबू करने के लिए समर्पित एक विशेष पुलिस टीम सड़क सुरक्षा फोर्स( ऐसऐसऐफ) की शुरुआत के मद्देनज़र किया गया है।

ए. डी. जी. पी. ए. एस. राय ने बताया कि इन संस्थाओं के सांझे यत्न सुरक्षित सड़कें, ट्रैफ़िक के कुशल और बेहतर बंदोबस्त और पंजाब के उज्जवल भविष्य के लिए रास्ता साफ करेंगे। उन्होंने कहा, “हम सभी नागरिकों के लिए राज्य की सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए वचनबद्ध हैं।’’

उन्होंने कहा कि यह कंपनियाँ सड़क सुरक्षा और ट्रैफ़िक प्रबंधन रणनीतियों को बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक जांच और ज्ञान सृजित करने का माहौल पैदा करेंगी। जबकि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग सड़क सुरक्षा को और मज़बूत करेगी और राज्य में ट्रैफ़िक कंट्रोल की दिशा में क्रांति लाने के लिए अनुकूलित वातावरण का निर्माण करेगा जिससे बेहतर ट्रैफ़िक का प्रबंधन करके दुर्घटनाओं को टाला जा सके।

एडीजीपी ने कहा, “यह पहलकदमी न सिर्फ़ सड़क मौतों और हादसों को घटा कर सभी नागरिकों के लिए एक सुरक्षित वातावरण पैदा करेगी, बल्कि ट्रैफ़िक प्रबंधन, कंट्रोल, यातायात, सड़क सुरक्षा इंजीनियरिंग, इंटैलीजैंट ट्रांसपोर्ट हल, एम-पुलिसिंग, ई- पुलिसिंग और राज्य पुलिस को ट्रेनिंग के साथ और महारत की तरफ बढ़ावा देगी। उन्होंने आगे कहा इससे ट्रैफ़िक पैटर्नज़ और सड़क सुरक्षा सम्बन्धी चुनौतियों की गहरी समझ बढ़ेगी जिसके परिणामस्वरूप और ज्यादा प्रभावशाली हल ढूँढेंगे।

उन्होंने कहा कि संयुक्त महारत और डेटा एक्सचेन्ज के द्वारा अप्लाईड रिर्सच को सुविधा मिलेगी, जिसका प्रयोग समाज के व्यापक लाभों के लिए खोजों को प्रसारित करने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह सांझेदारी सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में नवीनता और नालेज शेयरिंग (ज्ञान-वितरण) को उत्साहित करेगा।