बजट 2023: सीवेज की 100% सफाई मशीनों से की जाएगी- वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण

केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कल संसद में मोदी सरकार के दुसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश कर दिया है। वित्त मंत्री ने इस बजट में 7 महत्वपूर्ण प्राथमिकताएं गिनवाई जिसे उन्होंने सप्तऋषि का नाम दिया। उन्होंने इस सप्तऋषि प्राथमिकताओं में समग्र विकास, अंतिम व्यक्ति या मील तक पहुंचना, इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश, क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा और वित्तीय क्षेत्र को रखा साथ ही उन्होंने मैनुअल स्कैवेंजिंग यानी हाथ से मैला ढोने की कुप्रथा खत्म करने के उद्देश्य से सरकार ने सेप्टिक टैंक और सीवर की 100 फीसदी सफाई मशीनों से करने का लक्ष्य रखा है जिसके अंतर्गत देश के सभी शहरों और कस्बों में मैनहोल की सफाई अब मशीनों से होगी। केंद्रीय वित्त मंत्री ने इसे ‘मैनहोल की जगह मशीन होल’ के नाम से अनुवाद किया।

बता दें कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले ने दिसंबर 2022 में लोकसभा को सूचित करते हुए बताया था की 2017 से 2022 के बीच तक सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई करते हुए 400 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। केंद्र सरकार ने 2020 में मैला ढोने वालों और उनके पुनर्वास अधिनियम 2013 में संशोधन भी किया था जिसका उद्देश्य सीवर और सेप्टिक टैंकों की मशीनीकृत सफाई को अनिवार्य बनाना और ‘मैनहोल’ शब्द को आधिकारिक उपयोग में ‘मशीन-होल’ से बदलना था और इसका उल्लंघन करने करने वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के लिए 24×7 राष्ट्रीय हेल्पलाइन भी बनाई थी।