बड़े फर्जी सरकारी दस्तावेज रैकेट का पर्दाफाश, सरकारी कर्मचारियों से मिलकर होता था काम

बड़े फर्जी सरकारी दस्तावेज रैकेट का पर्दाफाश, सरकारी कर्मचारियों से मिलकर होता था काम

पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के नेतृत्व में जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने बड़ी तादाद में फर्जी लाइसेंस और रजिस्ट्रेसन सर्टीफिकेट जब्त करके फर्जी दस्तावेज बनाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है।

खुलासा करते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक गिरोह फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टीफिकेट बनाने में शामिल था।

उन्होंने कहा कि यह भी पता चला है कि आरटीए और ट्रांसपोर्ट कार्यालय के कर्मचारियों की मदद से एक व्यक्ति यह रैकेट चला रहा था। स्वपन शर्मा ने बताया कि इसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

पुलिस कमिश्नर ने आगे बताया कि जांच के आधार पर पुलिस ने अरविंद कुमार नाम के एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके कब्जे से एक लैपटॉप, 2 प्रिंटर, स्टांप पेपर, बीमा सर्टीफिकेट और आवेदन पत्र सहित कई दस्तावेज बरामद किए हैं।

इसके साथ ही 159 वाहनों बीमा सर्टीफिकेट (बिना क्यूआर कोड), 222 वाहन सर्टीफिकेट (क्यूआर कोड के साथ), 57 आरसी की ट्रांसफर फाइलें, 35 रजिस्ट्रेश सर्टीफिकेट और दस्तावेजों सहित 180 आवेदन पत्र बरामद किए गए हैं।

पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान अरविंद कुमार उर्फ ​​बिंदु पुत्र किशोरी लाल निवासी मकान नंबर-15 उपकार नगर जालंधर के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि पुलिस स्टेशन डिवीजन नंबर 8 जालंधर में एफआईआर नंबर 45 दिनांक 03-03-2024 धा,आ 420, 465, 467, 468, 471, 120बी आईपीसी दर्ज की गई है।

आरोपी के खिलाफ पहले से ही एक एफआईआर लंबित है। मामले के बारे में अधिक जानकारी बाद में सांझा की जाएगी।