चारधाम जाने वाले यात्रियों के लिए अलर्ट, रील्स-वीडियो बैन, वीआईपी दर्शन पर लगी रोक

चारधाम जाने वाले यात्रियों के लिए अलर्ट, रील्स-वीडियो बैन, वीआईपी दर्शन पर लगी रोक

केदारनाथ, बद्रीनाथ समेत चार धाम जाने वाले यात्रियों को अब मंदिर के समीप रील बनाना महंगा पड़ सकता है। प्रशासन की ओर से मंदिर के 50 मीटर के दायरे में वीडियो या रील्स बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही मंदिर में वीआईपी दर्शन पर भी रोक लगा दी गई है।

वीडियो-रील बनाने पर लगा प्रतिबंध

चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। 10 मई को केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खोले गए थे। वहीं 12 मार्च को बदरीनाथ के कपाट खोले गए। इसके बाद से लगातार भारी संख्या में श्रद्धालु चारधाम की यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। चारधाम की यात्रा के लिए अबतक 26 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन करा चुके है। वहीं लगभग 3 लाख से अधिक लोग चारधाम के दर्शन कर चुके हैं। चारधाम की यात्रा के शुरू होने के बाद से अबतक एक दर्जन के करीब लोगों की मौत भी हो चुकी है। कई श्रद्धालु ऐसे भी हैं जो बिना रजिस्ट्रेशन के चारधाम की यात्रा या सिर्फ केदारनाथ और बदरीनाथ के दर्शन के लिए रवाना हो चुके हैं। इसका परिणाम यह हुआ है कि चारधाम जाने वाले मार्गों पर भीषण जाम का लोगों को सामना करना पड़ रहा है।

वीआईपी दर्शन पर लगी रोक

चारधाम जाने वाले अलग-अलग मार्गों पर कहीं गाड़ियों का जाम लगा है तो कहीं लंबी कतारों में घंटों तक श्रद्धालुओं को खड़े-खड़े इंतजार करना पड़ रहा है। चारधाम की यात्रा के दौरान प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। ऐसे में चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालु ध्यान दें कि अब प्रशासन ने अहम और बड़ा फैसला लिया है। दरअसल उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए वीआईपी दर्शन पर लगी रोक को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि श्रद्धालु जो लंबी कतारों में फंसे हैं और विरोध प्रदर्शन करने लगे हैं, वो चारों धारों के दर्शन कर सकें। इतना ही एक और अहम फैसला राधा रतूड़ी ने लिया है। दरअसल अब चारधाम मंदिरों के दायरे में वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी या रील्स बनाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।

इन बातों का रखें ध्यान

अव्यवस्था का कारण लोगों का चारधाम यात्रा पर बगैर रजिस्ट्रेशन या दी गई तारीख से पहले पहुंचना भी बताया जा रहा है। ऐसे में ध्यान देने वाली बात यह है कि अगर आप चारधाम की यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं तो बिना रजिस्ट्रेशन के बिल्कुल न जाएं। साथ ही रजिस्ट्रेशन हो जाने के बावजूद भी अपनी यात्रा संबंधित जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों से लेते रहें, ताकि आपको व्यवस्था-अव्यवस्था और सही हालात की जानकारी मिलती रहे।

चारधाम की यात्रा करने अगर आप जा रहे हैं तो प्रयास करें कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें, क्योंकि जाम की असल वजह निजी वाहन बन चुके हैं, क्योंकि अधिक संख्या में निजी वाहनों से लोग चारधाम की यात्रा पर पहुंच रहे हैं। पहाड़ों पर रास्ते संकरे होते हैं। ऐसे में जाम जैसी स्थिति ने लोगों को परेशान कर रखा है। बहुत जरूरी हो तभी निजी वाहन से चारधाम की यात्रा करना उचित है।