अफगानिस्तान ने रचा इतिहास, पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के लिए किया क्वालीफाई

अफगानिस्तान ने रचा इतिहास, पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के लिए किया क्वालीफाई

अफगानिस्तान ने अपने देश के लाखों लोगों को जश्न मनाने का मौका दिया है। क्योंकि अफगानिस्तान की टीम ने इतिहास में पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई किया है।

पाकिस्तान में खेले जाने वाले चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए क्वालीफाई करके अफगानिस्तान ने अपने देशवासियों को बड़ा तोहफा दिया है। कल विश्व कप में श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच खेले गए मुकाबले में बांग्लादेश ने इतिहास रचते हुए श्रीलंका को पहली बार विश्व कप में मात दी।

बांग्लादेश की इस जीत से अब श्रीलंका भी सेमी-फाइनल की रेस से बाहर हो गई है और अफगानिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए क्वालीफाई कर लिया है।

पाकिस्तान में होगी चैंपियंस ट्रॉफी

चैंपियंस ट्रॉफी के लिए केवल 8 टीमें ही क्वालिफाई कर सकती हैं और मेजबान देश होने के कारण पाकिस्तान पहले ही इसके लिए क्वालिफाइड है।

आईसीसी के नियमों के अनुसार टूर्नामेंट की मेजबानी करने वाला देश पहले ही उस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर लेगा। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के अलावा, भारत, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए अपनी जगह बुक कर ली है।

विश्व कप 2023 के पॉइंट्स टेबल की टॉप-8 टीमें ही चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई करेंगी। जिसके लिए अभी भी 2 स्थानों की पुष्टि होनी बाकी है। इंग्लैंड, नीदरलैंड, श्रीलंका और बांग्लादेश अभी भी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वालीफाई करने की दौड़ में हैं।

अफगानिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए किया क्वालीफाई

निस्संदेह, विश्व कप में अब तक अफगानिस्तान का प्रदर्शन शानदार रहा है। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में प्रवेश करने वाली अफगानिस्तान टीम ने विश्व कप के 2015 और 2019 संस्करणों में केवल 1-1 मैच जीता था।

लेकिन इस विश्व कप में अफगानों ने इंग्लैंड, पाकिस्तान और नीदरलैंड को हराकर विश्व कप के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीदें को बरकरार रखा है।

साथ ही उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भी क्वालीफाई किया है। ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्हें अभी भी 2 मैच खेलने हैं। अफगानिस्तान को सेमीफाइनल में जगह पक्की करने के लिए ये दोनों मैच जीतने होंगे।

ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका को हराना अफगानिस्तान के लिए कठिन है, लेकिन यह निश्चित रूप से असंभव नहीं है। क्योंकि अफगानिस्तान की टीम के पास पर्याप्त क्षमता और साहस है।