अंतरिक्ष से ऐसी दिखती है महाकुंभ की भव्यता... ISRO ने साझा की अद्भुत तस्वीरें
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने हाल ही में महाकुंभ नगर की टेंट सिटी की पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं, जो इस धार्मिक आयोजन की भव्यता को दर्शाती हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने हाल ही में महाकुंभ नगर की टेंट सिटी की पहले और बाद की सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं, जो इस धार्मिक आयोजन की भव्यता को दर्शाती हैं। ये तस्वीरें 22 जनवरी 2025 को साझा की गईं, और इनमें त्रिवेणी संगम के पास बनाए गए विशाल बुनियादी ढांचे को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
महाकुंभ का महत्व
महाकुंभ मेला, जो हर 12 साल में आयोजित होता है, इस बार प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुआ है और यह 26 फरवरी तक चलेगा। इस बार के मेले में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। ISRO द्वारा ली गई तस्वीरें ईओएस-04 (RISAT-1A) C बैंड माइक्रोवेव सैटेलाइट से खींची गई हैं, जो कि मेले के लिए बनाए गए अस्थायी टेंट, सड़कें, पीपा पुल और अन्य बुनियादी ढांचे का विस्तृत विवरण प्रदान करती हैं।
सैटेलाइट तस्वीरों का उपयोग
इन सैटेलाइट तस्वीरों का उपयोग न केवल महाकुंभ के आयोजन में मदद कर रहा है, बल्कि यह स्थानीय प्रशासन को आपात स्थिति और भगदड़ को नियंत्रित करने में भी सहायता कर रहा है। राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग सेंटर (NRSC) के निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान ने बताया कि इन तस्वीरों को लेने के लिए राडारसैट का उपयोग किया गया है, जिससे बादलों के बीच भी स्पष्टता बनी रहती है।
भव्यता की झलक
ISRO ने तीन अलग-अलग तारीखों पर ली गई तस्वीरों को साझा किया है, जिसमें प्रयागराज में भारत के नक्शे के आकार का शिवालय पार्क भी शामिल है। यह पार्क 12 एकड़ भूमि में फैला हुआ है और इसे प्रमुख आकर्षण के रूप में डिजाइन किया गया है। इन तस्वीरों से यह स्पष्ट होता है कि महाकुंभ मेला न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक विशाल सांस्कृतिक आयोजन भी है।
इस प्रकार, ISRO की सैटेलाइट तस्वीरें महाकुंभ की भव्यता और उसकी तैयारी को दर्शाने का एक अद्वितीय माध्यम बन गई हैं, जो इस धार्मिक उत्सव की विशालता को अंतरिक्ष से भी प्रदर्शित करती हैं।
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