1971 War : आज ही के दिन हुआ था इतिहास का सबसे बड़ा आत्मसमर्पण, जाने पूरी कहानी

1971 War : आज ही के दिन हुआ था इतिहास का सबसे बड़ा आत्मसमर्पण, जाने पूरी कहानी

1971 War : 16 दिसंबर 1971, यानि आज से 52 साल पहले का दिन हमारे पड़ोसी देश और आतंकवाद का कारखाना के नाम से पहचाने जाने वाला पाकिस्तान के लिए एक डरावना हकीकत है. हर साल आज के दिन भारत में उत्साह और अपने शहीदों के लिए सम्मान होता है तो वहीं पाकिस्तान के लोगों का घाव पुन हरा हो जाता है.

उन्हें भारतीय जवानों के शोर्य और करुणा का एहसास साथ-साथ होता होगा. क्योंकि, आज के दिन ही भारतीय सेना ने पाकिस्तान के दो टुकड़ें कर दिए थे और साथ ही 93000 पाकिस्तानी सैनिकों ने भारत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था. लेकिन इसके बावजूद भी पाकिस्तानी सुधरे नहीं. शायद पाकिस्तानी सेना और हुकमरानों को अपनी बेइज्जी करवाने में आनंद आता होगा.

विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है आज का दिन

आज का दिन भारत में विजय दिवस के रुप में मनाया जाता है. इस मौके पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लोग पाकिस्तान का जमकर मजा ले रहे हैं. लोग तरह-तरह के मीम्स और वो ऐतिहासिक तस्वीर शेयर कर रहें हैं, जिसमें पाकिस्तानी जनरल आत्मसमर्पण के कागजों पर हस्ताक्षर करते नजर आ रहा है. साथ ही त्तकालीन सेनाध्यक्ष सैम मानेकशॉ के द्वारा कही गई बात को भी लोग शेयर कर रहे हैं.

‘तुम आत्मसमर्पण करो या हम तुम्हें मिटा देंगे’

1971 के युद्ध के दौरान सैम ने पाक को कहा था कि तुम आत्मसमर्पण करो या हम तुम्हें मिटा देंगे’. आज लोग शहीदों को भी याद करके श्रद्धांजलि दे रहे हैं. प्रधानमंत्री से आम लोग तक विजय दिवस की शुभकामना दे हैं. और आखिर दे भी क्यों ना, पाकिस्तानी सेना के द्वारा किया गया सरेंडर दुनिया का सबसे बड़ा सरेंडर था. आज तक भी ऐसा सरेंडर देखने को नहीं मिला है. और शायद ही कभी देखने को भी मिलेगा.