यूक्रेन में देशव्यापी आपातकाल की घोषणा, संकट बढ़ने के बाद यूक्रेन में अपना दूतावास खाली कर रहा है रूस

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपने देश के बाहर सैन्य बल का इस्तेमाल करने का अधिकार मिलने के बाद यूक्रेन ने बुधवार को देशव्यापी आपातकाल की घोषणा कर दी. इस बीच, पश्चिमी देशों ने रूस के खिलाफ कई प्रतिबंधों की घोषणा की और मॉस्को ने यूक्रेन स्थित अपने दूतावास परिसरों को खाली कर वहां से राजनयिक कर्मियों को निकाल लिया.

यूक्रेन के सांसदों ने देशव्यापी आपातकाल लगाने के राष्ट्रपति वलोदिमिर ज़ेलेंस्की के आदेश को मंजूरी दे दी, जो बृहस्पतिवार से शुरू होकर 30 दिन तक लागू रहेगा. अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने कहा कि यदि आक्रमण का आदेश दिया गया, तो यूक्रेन की सीमाओं के पास तैनात रूसी बल इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं.

अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर कहा कि 80 प्रतिशत बल ‘‘एक दम तैयार’’ खड़े हैं और वे सीमा से पांच से 50 किलोमीटर के दायरे में तैनात हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हम अभी इस बात की पुष्टि नहीं कर सकते कि रूसी बल दोनबास (यूक्रेन में विद्रोहियों के कब्जे वाला इलाका) में भीतर घुस गए हैं या नहीं.’’

संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने दुनिया के देशों से आग्रह किया कि वे यूक्रेन के पूर्वी अलगाववादी क्षेत्रों में यूक्रेन द्वारा जारी हिंसा और ‘‘घोर नरसंहार’’ को रोकने में मदद करें. संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया ने संयुक्त राष्ट्र महासभा से बुधवार को कहा कि यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्रों में शांति का उल्लंघन करने वालों के प्रति नरमी बरतने का कोई इरादा नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि लुहान्स्क और दोनेत्स्क से हजारों लोगों का रूस आना दर्शाता है कि यूक्रेन उन लोगों के साथ अपमानजनक व्यवहार करता है.

रूस की सरकार संचालित समाचार एजेंसी तास ने बुधवार को कहा कि मॉस्को ने यूक्रेन स्थित अपना दूतावास खाली कर दिया है. वहीं, यूक्रेन ने भी अपने नागरिकों से रूस छोड़ने का आग्रह किया है. मॉस्को का कीव में दूतावास है और खार्किव, ओडेसा तथा ल्वीव में वाणिज्य दूतावास हैं. तास की खबर में कहा गया है कि रूस ने यूक्रेन में अपने राजनयिक प्रतिष्ठानों को खाली कर दिया है.