नीरज चोपड़ा और किशोर जेना को स्वर्ण और रजत, भारत को ट्रैक और फील्ड में सात पदक

ओलंपिक और विश्व चैम्पियन नीरज चोपड़ा ने तकनीकी बाधाओं और हमवतन किशोर जेना से मिली कड़ी चुनौती से उबरते हुए इस सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ 88 . 88 मीटर का थ्रो फेंककर एशियाई खेलों की भालाफेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता जबकि पुरूषों की 400 मीटर रिले टीम ने भी अपना खिताब बरकरार रखा ।

भारत ने बुधवार को कुल 12 पदक जीते जिनमें से सात ट्रैक और फील्ड में मिले । अब तक 81 पदकों के साथ भारत का एशियाई खेलों में यह सवश्रेष्ठ प्रदर्शन है । पिछली बार जकार्ता में भारत ने 70 पदक जीते थे ।

अगले कुछ दिनों में भारत को और पदक मिलने की उम्मीद है जिससे सौ नहीं तो 90 पार पदक तो जरूर हो जायेंगे ।

भालाफेंक में चोपड़ा का स्वर्ण तय माना जा रहा था लेकिन जेना ने एक समय 86 .77 मीटर के अपने तीसरे थ्रो के साथ बढत भी बना ली थी लेकिन पिछली बार के चैम्पियन चोपड़ा ने अपने चौथे थ्रो पर 88 . 88 मीटर फेंककर फिर बढत बना ली ।

जेना ने 87 . 54 मीटर के साथ रजत पदक हासिल किया । जीत के बाद भारतीय खेमा खुशी से उछलता नजर आया । इससे पहले चोपड़ा का पहला थ्रो इलेक्ट्रॉनिक मशीन में गड़बड़ी आने से दर्ज नहीं किया जा सका ।

चोपड़ा ने स्वर्ण जीतने के बाद कहा ,‘‘ मेरा पहला थ्रो बहुत अच्छा गया था लेकिन उसे रिकॉर्ड नहीं किया जा सका । मैं जेना के लिये बहुत खुश हूं । मुझे इस मुकाबले में बहुत मजा आया । हमें इस तरह की प्रतिस्पर्धा की आदत है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ उसके बढत बनाने के बाद यह बहुत रोचक हो गया ।’’

जेना ने इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक 2024 के लिये भी क्वालीफाई कर लिया जबकि चोपड़ा अगस्त में बुडापेस्ट में हुई विश्व चैम्पियनशिप में 88 . 77 मीटर का थ्रो फेंककर क्वालीफाई कर चुके हैं । ओलंपिक क्वालीफिकेशन मार्क 85 . 50 मीटर है ।

चोपड़ा ने 82.38, 84.49, 88.8 और 80 . 80 मीटर के थ्रो फेंके । उनका तीसरा और छठा थ्रो फाउल रहा । वहीं जेना ने 81.26,

79.76, 86.77 और 87.54 के थ्रो फेंके । उनका पांचवां और छठा थ्रो फाउल रहा ।

जापान के डीन रौड्रिक गेंकी ने 82 . 68 मीटर के थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता ।

इसके कुछ पल बाद ही अनस मोहम्मद याहिया, अमोज जैकब, मुहम्मद अजमल वी और राजेश रमेश की चौकड़ी ने 3 : 01 . 58 सेकंड का समय निकालकर पुरूषों की चार गुणा 400 मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण पदक जीता ।

भारत की वित्या रामराज, ऐश्वर्य मिश्रा, प्राची और शुभा वेंकटेशन ने महिला वर्ग में रजत पदक हासिल किया ।

भारतीय चौकड़ी ने 3 : 27 . 85 सेकंड का समय निकाला जबकि बहरीन ने स्वर्ण और श्रीलंका ने कांस्य पदक जीता ।

हरमिलन बैंस और अविनाश साबले ने क्रमश: महिलाओं की 800 मीटर और पुरूषों की 5000 मीटर दौड़ में रजत पदक जीते । हरमिलन ने 2 : 03 . 75 सेकंड और साबले ने 13 . 21 . 09 मिनट का समय निकाला ।

इससे पहले सुबह भारत के पैदल चाल खिलाड़ियों मंजू रानी और राम बाबू ने 35 किमी मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।

महिला और पुरुष स्पर्धाओं में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक मंजू और राम बाबू ने कुल पांच घंटे 51 मिनट 14 सेकेंड के समय के साथ तीसरा स्थान हासिल किया। चीन (पांच घंटे 16 मिनट 41 सेकेंड) को स्वर्ण जबकि जापान (पांच घंटे, 22 मिनट 11 सेकेंड) को रजत पदक मिला।

पुरूषों की ऊंची कूद में अनिल कुशारे 2 . 26 मीटर के साथ चौथे स्थान पर रहे । उन्हें पदक जीतने के लिये 2 . 29 मीटर की कूद लगानी थी । जेस्सी संदेश 2 . 19 मीटर के साथ नौवे स्थान पर रहे । महिलाओं की त्रिकूद में शीना वी नेल्लिकल छठे स्थान पर रही ।