पटियाला जेल गए “गुरु”, आज से पूरे 1 साल की सजा काटेंगे 1988 के रोडरेज मामलें में…

पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को सुप्रीम कोर्ट की ओर से बड़ा झटका लग गया है। सुप्रीम कोर्ट ने 1988 के रोड रेज मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को 1 साल की कारावास की सजा सुना दी है। हालांकि इस से पहले कोर्ट द्वारा नवजोत सिंह सिद्धू से 1000 रुपये सजा के तौर पर लेकर छोड़ दिया था। जिसके बाद कोर्ट की ओर से कहा गया कि “अनुचित सहानुभूति दिखाते हुए अपर्याप्त सजा देने से न्याय प्रणाली को अधिक नुकसान होगा और इससे जनता के बीत कानून की प्रभावशीलता के प्रति विश्वास घटता है”

साथ ही कोर्ट की ओर से कहा गया कि कोई बताई गई परिस्थिति के अनुसार कोई अपना आपा तो खो सकता है , लेकिन आपा खोने का भुगतान भी करना पड़ेगा।

नवजोत सिंह सिद्धू एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर है जो लंबे कद और सुगठित शरीर के हैं और उन्हें अपने हाथ से किए हमले का अंदाजा भी होगा। उन्होनें अपने बराबरी के आदमी पर भी नहीं बल्कि अपने से डबल आयु के 65 वर्षीय बुजुर्ग को मुक्का मारा था ।

क्या था पूरा मामला ?

रोड रेज का यह मामला ठंड के समय 27 दिसंबर 1988 का है। जिसमें सिद्धू पटियाला में कार से जाते वक्त गुरनाम सिंह नाम के बुजुर्ग से भिड़ गए थे। गुस्से में सिद्धू ने उन्हें मुक्का मार दिया और उनकी मौत हो गई। जिसके बाद सिद्धू पर गैरइरादत हत्या का मामला दर्ज किया गया और निचली अदालत ने सबूतों की कमी के कारण 1999 में बरी कर दिया था। लेकिन हाई कोर्ट ने 2006 में 3 साल की कारावास की सजा सुनाई थी ,सिद्धू ने सजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की और सुप्रीम कोर्ट ने गैर इरादतन हत्या मामले में बरी कर दिया था। बाद में यह पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई जिसके अंतर्गत सिद्धू को 1 साल की सजा सुनाई गई है।

शुक्रवार को सिद्धू गए 1 साल के लिए जेल…

इसी के साथ शुक्रवार को नवजोत सिंह सिद्धू ने पटियाला कोर्ट में सरेंडर कर दिया है ।वह अपने समर्थकों के साथ पटियाला कोर्ट पहुंचे और साथ ही कपड़े का एक बैग भी साथ ले गए। जिसके बाद कोर्ट से नवजोत सिंह सिद्धू को सरकारी अस्पताल ले जाया गया , वहीं अस्पताल से चेकअप के बाद नवजोत सिंह सिद्धू को पटियाला जेल ले जाया गया जिसके बाद वह 1 साल के लिए जेल के पीछे रहेंगे।  वहीं जेल के बाहर नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थक भी मौजूद रहे।