बेरोजगारी के कारण आत्महत्या करने को मजबूर हरियाणा के युवा : डॉ. सुशील गुप्ता

बेरोजगारी के कारण आत्महत्या करने को मजबूर हरियाणा के युवा : डॉ. सुशील गुप्ता

आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता कर बेरोजगारी के मुद्दे पर खट्टर सरकार को घेरा। इस दौरान उनके साथ प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. बीके कौशिक, संगठन मंत्री आदर्शपाल सिंह और जींद जिलाध्यक्ष वजीर ढांडा मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में आज प्रदेश का हर युवा सड़कों पर है और बेरोजगारी के कारण त्रस्त है। बेरोजगारी के कारण युवा नशे और डिप्रेशन का शिकार हो रहा है, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। स्थिति इतनी भयावह है कि हर घर में मां बाप भी परेशान है क्योंकि उनके घर का चिराग बेरोजगारी के कारण नशे, अपराध की तरफ चल पड़ा है और आत्महत्या करने के बारे में सोचने लगा है। रोजगार न मिलने से युवा अवैध तरीके से विदेश को पलायन करने को मजबूर है, जहां पर युवा अपनी जान तक गवां रहे हैं।आम आदमी पार्टी प्रदेश के युवाओं के साथ 7 फरवरी को करनाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेगी और युवाओं के रोजगार की मांग को लेकर प्रदर्शन करेंगे।

उन्होंने कहा कि हरियाणा में 2 लाख से ज्यादा स्वीकृत पद खाली पड़े हैं, जिनपर हरियाणा सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 71,000 पद शिक्षा विभाग में खाली पड़े हैं, प्रारंभिक शिक्षा विभाग में 42,000 और माध्यमिक शिक्षा विभाग में 29,000 पद खाली पड़े हैं। इसके अलावा पुलिस विभाग में 21500, परिवहन विभाग में 9339, पशुपालन विभाग में 5738, सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग विभाग में 5073, अग्निशमन विभाग में 3320 और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान में 2867 पद रिक्त पड़े हैं। लेकिन भाजपा सरकार प्रदेश के युवाओं को भर्ती नहीं कर रही है। यदि सरकार इन पदों को भरे तो समस्या हल हो सकती है। परंतु खट्टर सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है, केवल भ्रष्टचार में डूबी हुई है।

उन्होंने कहा कि हालात ऐसे हैं कि एचपीएससी पेपर लेता नहीं और लेता है तो पेपर लीक हो जाता है। इसके बाद मामला कोर्ट में चला जाता है और भर्ती प्रक्रिया अटक जाती है। जिस कारण अभ्यर्थी ओवरएज हो जाता है। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार में लगभग 30 बार पेपर लीक हो चुका है, जो पूरे देश में कहीं नहीं हुआ। चपरासी की एक पोस्ट निकलती है तो चार से साढ़े चार हजार युवा अप्लाई करते हैं। जिसमें मास्टर डिग्री और पीएचडी किए लोग शामिल होते हैं। इसके अलावा बेरोजगारी के कारण हरियाणा में 2022-23 में 3783 युवाओं ने आत्महत्या की है, जो 2021-22 के मुकाबले में प्रति एक लाख 2.5% अधिक है।

उन्होंने कहा कि जब सरकार नौकरियां नहीं दे पा रही है तो खट्टर सरकार 10,000 पढ़े लिखे युवाओं को मजदूर बनाकर इजरायल भेज रही है। उस युद्धग्रस्त क्षेत्र में भेज रही है जहां से सभी देश अपने नागरिकों को निकाल रहे हैं। परंतु सीएम खट्टर हरियाणा के चिरागों को मौत के मुंह में झोंकना चाहते हैं, जो हरियाणा के लिए बहुत ही शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी इस संघर्ष में युवाओं के साथ खड़ी है। इसलिए आम आदमी पार्टी सात फरवरी को युवाओं के साथ मिलकर करनाल में मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेगी और प्रदेश स्तरीय प्रदर्शन करेगी। क्योंकि हरियाणा का युवा इस निकमी सरकार को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए तैयार है। उन युवकों के साथ आम आदमी पार्टी के सभी प्रदेश स्तर के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे और रोजगार की मांग करेंगे।

प्रदेश संगठन मंत्री आदर्शपाल सिंह ने कहा कि सरकार ने कौशल विकास के नाम से एक निगम बनाया है, लेकिन आज महंगाई के इस दौर में क्या 18000 रूपए में कोई अपना घर चला सकता है। स्थाई नौकरी न देकर हरियाणा के कौशल विकास के नाम पर युवाओं को बरगलाया जा रहा है। हरियाणा सरकार कौशल विकास के नाम पर युवाओं को केवल धोखा दे रही है । आम आदमी पार्टी खट्टर सरकार से मांग करती है कि इसके मानदंड क्या हैं इसके बारे में बताएं।

प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. बीके कौशिक ने कहा कि 2019 में जब सरकार बनी तो भाजपा की केवल 40 सीटें आई थी ओर जजपा के साथ अनैतिक गठबंधन करके सरकार बनाई गई। तब जजपा ने युवाओं से हरियाणा की नौकरियों में 75% आरक्षण देने की बात कही थी, जो जुमला निकली। इस कारण आज हरियाणा में बाहर के लोगों को ज्यादा नौकरियां दी जा रही हैं। इसके अलावा सरकार का प्रति वर्ष दो लाख नौकरियां देने का वादा भी झूठा निकला। आज हरियाणा में 25 लाख युवा बेरोजगार हैं, जिसका मतलब हरियाणा का हर तीसरा युवा रोजगार के लिए सड़कों पर भटक रहा है।