Paytm पर क्यों चला RBI का हंटर, ग्राहकों के जमा पैसों का क्या होगा?

Paytm पर क्यों चला RBI का हंटर, ग्राहकों के जमा पैसों का क्या होगा?

मोबाइल रिचार्ज करने से शुरू हुई paytm भारत की सबसे बड़ी पेमेंट्स बैंक बन गई। लगभग 35 करोड़ लोग पेटीएम बैंक का हिस्सा बन गए।

लेकिन आरबीआई ने अब पेटीएम बैंक को बंद करने का आदेश दे दिया है। जिसके बाद पेटीएम की हालत दिन प्रति दिन खराब होते चली जा रही है।

लेकिन ऐसा क्या हुआ, जिसके कारण पेटीएम पर इतनी कठोर कारवाई की गई? केंद्रीय बैंक ने अपने बयान कहा कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ कार्रवाई बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35A के तहत की गई थी।

आरबीआई ने कहा कि उसने मार्च 2022 में पेटीएम पेमेंट्स बैंक से नए कस्टमर्स जोड़ना बंद करने को कहा था। एक सिस्टम ऑडिट रिपोर्ट ने बैंक में लगातार गैर-अनुपालन और नियमों को फॉलो नहीं करने आरोप लगाया।

आपको बता दें कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक भारत की सबसे बड़ी भुगतान फर्मों पेटीएम का हिस्सा है, जिसे लाखों लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता हैं।

मगर अब बुरी खबर ये है कि RBI द्वारा लगी रोक के बाद 29 फरवरी से प्लेटफॉर्म नई राशि डिपॉजिट करने, क्रेडिट ट्रांजैक्शन की सुविधा सहित सभी फंड ट्रांसफर की सुविधा बंद हो गई।

केंद्रीय बैंक के मुख्य महाप्रबंधक योगेश दयाल ने प्रेस रिलीज में कहा कि 29 फरवरी, 2024 के बाद किसी भी कस्टमर अकाउंट, प्रीपेड टूल, वॉलेट, FASTags, NCMC कार्ड आदि में किसी भी ब्याज, कैशबैक या रिफंड के अलावा किसी भी डिपॉजिट या क्रेडिट ट्रांजेक्शन या टॉप अप की अनुमति नहीं दी जाएगी।

इसके अलावा ये बात भी सामने आई है कि अगर ग्राहकों द्वारा उपयोग किए जा रहे प्रीपेड उपकरणों, फास्टैग, नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड आदि कोई राशि बची है तो वे बिना किसी प्रतिबंध के राशि खत्म होने तक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

साथ ही अगर आपके बचत बैंक खातों, चालू खातों में कोई राशि बची है तो आप इसे बिना किसी प्रतिबंध के आसानी के निकाल सकते हैं।

आरबीआई के द्वारा की गई कारवाई के बाद Paytm ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि वह RBI के निर्देशों का पालन करने के लिए ‘तत्काल कदम’ उठाएगी।

गुरुवार को एक बयान में फिनटेक कंपनी ने कहा कि अलग-अलग पेमेंट ऑप्शन के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक अलग अलग बैंकों के साथ काम करती है।

उन्होंने यह भी कहा कि अब हम योजनाओं में तेजी लाएंगे और पूरी तरह से अन्य बैंक पार्टनर्स के पास जाएंगे। यानी कि अब ओसीएल पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के बजाय केवल अन्य बैंकों के साथ काम करेगा।

इस बैन से पेटीएम को भारी नुकसान हो सकता है, अटकले लगाई जा रही है कि आरबीआई की कार्रवाई से पेटीएम को 500 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने की संभावना है।

हालांकि उम्मीद है कि इसमें कुछ अहम फैसले आने वाले समय में आ सकते हैं। हालांकि, बुधवार को शेयर बाजार में पेटीएम का शेयर कई दिनों बाद चढ़ता दिखा।

पिछले दिनों ही पेटीएम के संस्थापक ने अपने कर्मचारियों को भरोसा दिया था कि किसी को भी नौकरी से नहीं निकाला जाएगा। अब यह तो समय ही बताएगा कि कैसे पेटीएम इस समस्या से बाहर निकलती है।