खत्म होगा UP-हरियाणा का जमीन विवाद, यमुना नदी में बनेंगे बाउंड्री पिलर

हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों के जमीनी विवाद को खत्म करने की दिशा में काम जारी है। किसानों का यह विवाद सुलझाने के प्रयास में यमुना नदी पर बाउंड्री पिलर बनाए जाएंगे जिसके लिए करनाल में निर्माण प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। बता दें कि यह पिलर दीक्षित अवार्ड के तहत बनेंगे। जिसके लिए निशानदेही सर्वे ऑफ इंडिया की ओर से सर्वे का कार्य जारी है।

अधिकारियों के अनुसार, पिलर लगाने से दोनों राज्यों की सीमा पर बसे गांव के लोगों में जमीन को लेकर आपसी झगड़े नहीं होंगे। वहीं काफी हिस्सा खनन का भी आता है, उसे लेकर होने वाले विवादों पर भी लगाम लगेगी। तीसरा, यमुना नदी हर साल अपना मार्ग बदलती रहती है, पिलर लगाने के बाद दोनों राज्यों के बीच सीमांकन के मसले का स्थाई हल हो जाएगा।

गौरतलब हो कि इससे पहले वर्ष 2007 में भी दोनों राज्यों की यमुना में बाउंड्री निर्धारित करने के लिए पिलर लगाए गए थे, लेकिन जिनमें से बहुत से पिलर बह गए थे जिसके बाद वर्ष 2021 में भी सर्वे ऑफ इंडिया की निशानदेही पर पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुछ नए पिलर बनाए गए थे लेकिन अब सभी 6 जिलों में बाउंड्री पिलर बनाए जा रहे हैं।